1.
फुटकर व्यापार उसे कहते हैं जिसमें
वस्तुएँ या माल सीधे उपभोक्ता को बेची जाती हैं।
2.
‘फुटकर व्यापार’ का शाब्दिक अर्थ वस्तुओं को टुकड़ों में बेचने से है।
3.
‘फुटकर’ शब्द
फ्रेंच भाषा से लिया गया है।
4.
इन सेवाओं में व्यापारी प्राय: एक
ही वस्तु का व्यापार नहीं करता, बल्कि विभिन्न प्रकार की वस्तुओं का व्यापार करता
है।
5.
इसमें माल का क्रय-विक्रय
थोड़ी-थोड़ी मात्रा में किया जाता है।
6.
फुटकर व्यापारी, थोक व्यापारी एवं
उपभोक्ताओं के बीच की कड़ी होते हैं।
7.
फुटकर व्यापारी की सफलता उनकी
विक्रय कला एवं दुकान की सजावट पर निर्भर करती है।
8.
यह व्यापार क्षेत्र प्राय: सीमित ही
होता है।
9.
फुटकर व्यापारी का उपभोक्ताओं से
व्यक्तिगत सम्पर्क रहता है अत: वे उपभोक्ताओं की रूचियों का ध्यान रखते हैं।
10. फुटकर व्यापारी अधिकांशत: नकद ही विक्रय करते हैं, परन्तु नियमित एवं परिचित ग्राहकों को माल उधार भी देते रहते हैं।
11. फुटकर व्यापार में फेरी, रेहड़ी, वैन, ट्रक, होम डिलीवरी, स्वचालित बिक्री मशीनें व इंटरनेट शापिंग आदि शामिल होते हैं।