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Showing posts from May, 2021

GK about Environmental and wildlife Laws

GK about Environmental and wildlife Laws 1. The Wildlife Protection Act 1972, 2. The Water Prevention and Control of Pollution Act 1974, 3. Forest Conservation Act 1980, 4. The Air Prevention and Control of Pollution Act 1981, 5. The Environmental Protection Act 1986

Where is Point Nemo? Facts about POINT NEMO.

Point Nemo is the location in the ocean that is  farthest from land . a point in the Pacific Ocean popularly known as 'Point Nemo,'  named after the famous submarine sailor from  Jules Verne's Twenty Thousand Leagues Under the Sea. This remote oceanic location is located at coordinates 48°52.6′S 123°23.6′W,  about 2,688 kilometers from the nearest land—Ducie Island,  part of the Pitcairn Islands, to the north; Motu Nui,  one of the Easter Islands, to the northeast;  and Maher Island, part of Antarctica, to the south.

कोरोना काल में दौलतमंदों को एक अद्भुत सीख – जीवन के आठ सूत्र from ''मरूभूमि का वह मेघ" श्री राम निवास जाजू द्वारा लिखी पुस्तक स्व० घनश्याम दास बिड़ला की जीवनी से...

आज का कटु सत्य-- जब घनश्याम दास बिड़ला ने लिखी अपने बेटे को एक चिठ्ठी कोरोना काल में दौलतमंदों को एक अद्भुत सीख पिछले कुछ दशकों में शहर ही नहीं कस्बों में धनिकों (अमीरों) की अच्छी खासी संख्या बढ़ी है, लेकिन बिडम्बना यह है इस महा संकट के समय ये धनिक मरते गिरते समाज का सहारा बनने के बजाय अपने खजाने का विस्तार करने में मग्न हैं। ऐसे में एक पुस्तक के दो पृष्ठों का उल्लेख करना रोचक रहेगा। पुस्तक का नाम है ---'' मरूभूमि का वह मेघ"    श्री राम निवास जाजू द्वारा लिखी यह पुस्तक स्व० घनश्याम दास बिड़ला की जीवनी है। इस पुस्तक में घनश्यामदास बिड़ला का एक पत्र छापा गया है जो उन्होंने अपने पुत्र बसंत कुमार बिड़ला को  लिखा था। सन 1934 में देश के एक बड़े पूँजीपति द्वारा व्यक्त किए गए विचार, आज के धनिकों के लिए एक जबरदस्त  सीख हैं।  बिड़ला जी ने इस पत्र में जीवन के आठ सूत्रों को लिखा है।  वर्तमान संकट में मेरे और आपके शहर के धनिक इस पत्र को हृदंगम कर अपने जीवन का सही रास्ता तय करेंगे, ऐसी उम्मीद है।  पत्र इस प्रकार है ---- चि. बसंत!               यह जो लिखता हूँ उसे बड़े होकर औ

City on the banks of rivers MCQ, नदियों के किनारे स्थित नगर

Q1. निम्नलिखित में से कौन - सा शहर गंगा नदी के तट पर स्थित नहीं है ?             A. कानपुर             B. पटना             C. वाराणसी             D. दिल्ली Q2.  निम्नलिखित में से कौन - सा नगर गोमती नदी के किनारे स्थित नहीं है ?             A. चित्रकूट             B. लखनऊ             C. जौनपुर             D. सुल्तानपुर Q3.  गंगा नदी पर कौन - सी प्रांतीय राजधानी स्थित है ?             A. कोलकाता             B. लखनऊ             C. भुवनेश्वर             D. पटना Q4.      गंगा , यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर स्थित नगर है -             A. हरिद्वार             B. वाराणसी             C. इलाहाबाद             D. कर्ण प्रयाग Q5.      गोवा राज्य की राजधानी पणजी किस नदी के किनारे स्थित है ?             A. नर्मदा             B. मांडवी             C. ताप्ती             D. पेन्नार   Q6.      आगरा किस नदी के किनारे स्थित है ?             A. गंगा             B. अलकनंदा             C. यमुना             D. भागीरथी Q7.      निम्नलिखित में से कौन-सा शहर गोदावरी नदी के किनारे स्थित नहीं है ?            

Cyclone Yash alert (23 से 25 मई के बीच बंगाल की खाड़ी में यश नाम का एक सुपर साइक्लोन सुंदरबन क्षेत्रों में दस्तक देगा )

चक्रवात तूफान ताउते की तबाही से अभी देश उभरा नहीं है कि भारतीय मौसम विभाग ने अगले पांच दिन में एक और चक्रवाती तूफान के आने की संभावना जता दी है। बता दें कि गंभीर चक्रवाती तूफान ताउते ने अरब सागर से उठकर गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और कर्नाटक में तबाही मचा दी है। इस तूफान से गुजरात में 13 लोगों के मारे जाने की खबर है तो वहीं महाराष्ट्र में इससे छह लोग मरे हैं। इसी बीच भारतीय मौसम विभाग ने एक और चक्रवाती तूफान के टकराने की संभावना जारी की है।  मौसम विभाग की माने तो 23-25 मई के बीच एक और तूफान 'यश' बंगाल की खाड़ी से टकराएगा । बता दें कि इस तूफान का नाम ओमान दिया गया है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 23 से 25 मई के बीच बंगाल की खाड़ी में यश नाम का एक सुपर साइक्लोन सुंदरबन क्षेत्रों में दस्तक देगा और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ये सुपर साइक्लोन बांग्लादेश की ओर जाएगा।  मौसम विभाग ने बताया कि इस तूफान का नाम ओमान है और इसकी गति अम्फान जितनी तेजी हो सकती है। बता दें कि अम्फान ने पिछले साल 19 मई को बंगाल और आसपास के इलाकों को तबाह कर दिया था। हालांकि मौसम विभाग तूफान की दिशा

रूस के प्रसिद्ध शहर सेंट पीटर्सबर्ग के नाम परिवर्तन का इतिहास (History of name change of Russia's famous city of St. Petersburg)

बंदरगाह और खूबसूरत वास्तु कला के लिए प्रसिद्ध  सेंट पीटर्सबर्ग नेवा नदी के तट पर स्थित रूस का, मॉस्को के बाद दूसरा सबसे अधिक आबादी (5,281,579 या रूस की कुल आबादी का 3.6%) वाला एक प्रसिद्ध नगर है।    इस शहर की खोज 1703 में यूरोपीय शासक पीटर प्रथम ने की थी। पहली बार इस शहर का नाम ' सेंट पीटर्सबर्ग' रखने वाले शासक "पीटर प्रथम" ही थे।  1712 से 1918 तक जार शासन काल में 1713-1728 और 1732-1918 की अवधि के दौरान, सेंट पीटर्सबर्ग रूसी साम्राज्य की राजधानी रहा, हालांकि अब रूस की राजधानी मस्कोवा नदी के किनारे बसा शहर 'मास्को' है। इस शहर 'सेंट पीटर्सबर्ग' का नाम 31 अगस्त 1914 को बदलकर पेत्रोग्राद ( Petrograd )  कर दिया गया था जिसका मतलब "पीटर का शहर" ही था।  1917 में हुई रूसी क्रांति के नेता लेनिन की मृत्यु पर 1924 में उनके सम्मान में सोवियत संघ के समय में इसका नाम बदलकर  लेनिनग्राद  (Leningrad) कर दिया गया था। हालांकि रूस के अनेक लोग शहर के इस प्रकार के कम्युनिस्ट नाम से सहमत नहीं थे। वर्ष 1991 तक रूस का यह शहर लेनिनग्राद के नाम से जाना जाता था।

Malerkotla - 23rd District of Punjab (History and Population Facts) (मलेरकोटला पंजाब का 23वां जिला बना)

मलेरकोटला पहले, संगरूर जिले का एक कस्बा था। इसे अब पंजाब का 23वां जिला घोषित किया गया है।  मलेरकोटला राज्य की स्थापना बायज़ीद खान ने 1657 में की थी। मलेरकोटला ब्रिटिश काल के दौरान और विभाजन के दौरान एक रियासत थी। इसके अंतिम नवाब, इफ्तखार अली खान की 1982 में मृत्यु हो गई।  कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणापत्र में इसे जिले का दर्जा देने का वादा किया था। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने ईद के मौके  पर  14 May 2021  को  मलेरकोटला को पंजाब का 23 वां जिला घोषित किया।   मुस्लिम बहुल शहर के निवासियों ने इस फैसले को राज्य सरकार की ओर से ईद का तोहफा बताया है। निवासियों ने कहा कि जिले के विकास और अन्य सुविधाओं से मलेरकोटला को कई तरह से मदद मिलेगी। खेल को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि हमारी अपनी टीमें प्रतियोगिताओं के लिए जाएंगी। हमें यहां लगभग 100 विभाग भी मिलेंगे जो रोजगार पैदा करेंगे। पंजाब और मलेरकोटला में मुस्लिम आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार मलेरकोटला की कुल आबादी 135424 है। इसमें 68.50 फीसदी मुसलमान हैं। वहीं 20.71 फीसदी हिंदू हैं। यहां सबसे कम 9.50 फीसदी सिखों की आबादी है।  पंजाब में सिखों की आबादी

तूफ़ानों के नाम कैसे रखे जाते हैं? How are cyclone named ? तौकते तूफान क्या है? What is Cyclone Tauktae?

तूफ़ानों के नाम कैसे रखे जाते हैं? चक्रवातीय तूफ़ानों को नाम क्यों दिए जाते हैं ? तूफान को नाम इसलिए दिया जाता है, ताकि आम लोगों और वैज्ञानिकों में इसे लेकर असमंजस न बना रहे। दुनिया भर में तूफानों के नाम 5 कमेटियां फाइनल करती हैं। इन कमेटियों के नाम हैं:  (1) इस्‍केप टाइफून कमेटी  (2) इस्‍केप पैनल ऑफ ट्रॉपिकल साइक्‍लोन  (3) आरए 1 ट्रॉपिकल साइक्‍लोन कमेटी  (4) आरए- 4  (5) आरए- 5 ट्रॉपिकल साइक्‍लोन कमेटी।  सबसे पहले विश्‍व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने चक्रवातों के नाम रखने की शुरुआत की गई थी।  भारत में तूफानों का नाम रखने का चलन 2004 से शुरू हुआ।  भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाइलैंड में भी तूफानों का नाम रखने का फॉर्मूला अपनाया जाता है।   इन 8 देशों की ओर से सुझाए गए नामों के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया जाता है और उसी क्रम के अनुसार चक्रवातों के नाम रखे जाते हैं। इन सभी आठ देशों ने वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (World Meteorological Organization) को तूफानों के नाम की लिस्ट दी हुई है। इसमें भारत ने 'अग्नि', 'बिजली',

Cotton Belt of USA

Tea and Coffee Types and Production Areas Map

Classification of Agricultural Regions by D. Whittlesey

सर्वप्रथम डी. व्हिटलसी ने 1936 में विश्व के कृषि प्रदेशों का वर्गीकरण किया था।

Classification of Soils, Pedalfers and Pedocals Soils (पेडाल्फर्स और पेडोकल्स मिट्टियां)

Wheat Crop Harvesting Season throughout the World

China Population Census 2021 - Latest Updates

चीन ने मंगलवार 11.05.2021 को जनगणना के सरकारी आंकड़े जारी किये हैं , जिनसे पता चलता है कि बीते दशकों में चीन की आबादी सबसे धीमी गति से बढ़ी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार , पिछले दस वर्षों में औसत वार्षिक वृद्धि दर 0.53% थी जो साल 2000 से 2010 के बीच 0.57% की दर से नीचे रही। चीनी विशेषज्ञों के अनुसार , आबादी बढ़ने की यह दर चिंताजनक है। इन परिणामों से चीन की सरकार पर इस बात के लिए दबाव बढ़ गया है कि वो जोड़ों से बच्चे पैदा करने को कहें ताकि जनसंख्या में कमी को रोका जा सके। चीन में हर दस साल में एक बार जनसंख्या के आंकड़े जारी किये जाते हैं। पहले उम्मीद की गई थी कि ये आंकड़े अप्रैल में जारी होंगे। साल 2020 के अंत में चीन में जनगणना हुई थी। चीन की सरकार के अनुसार , क़रीब 70 लाख कर्मचारियों ने जनगणना के काम में हिस्सा लिया और उन्होंने घर-घर जाकर लोगों की गिनती की। चीन में जनगणना के काम को बहुत ही गंभीरता से लिया जाता है ताकि भविष्य की योजनाएं उसी हिसाब से बनायी जा सकें। जानकार कहते हैं कि चीन में जनसंख्या की वार्षिक वृद्धि दर चिंताजनक स्तर पर पहुँच जाने के पीछे चीन की विवादास्पद