आर्कटिक ब्लास्ट या कोल्ड ब्लास्ट का मतलब पृथ्वी पर सबसे ठंडी जगहों में से एक आर्कटिक महासागर है, जो उत्तरी ध्रुव पर मौजूद है। यहां हर वक्त तापमान शून्य से नीचे तकरीबन -89.2 डिग्री सेल्सियस रहता है। ठंड के सीजन में तापमान बहुत कम हो जाने पर अक्षांश वाले इलाकों में बर्फीला तूफान चलने लगता है। इससे पूरे इलाके में मोटी-मोटी बर्फ जम जाती है। इसी को आर्कटिक ब्लास्ट या कोल्ड ब्लास्ट भी कहा जाता है। साइबेरिया, आर्कटिक के सबसे करीब है। इसलिए आर्कटिक ब्लास्ट का असर भी सबसे ज्यादा साइबेरिया पर होता है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक सर्दियों में उत्तर भारत समेत दुनिया के अन्य देशों में पड़ने वाली कड़ाके की सर्दी की वजह आर्कटिक ब्लास्ट होता है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मोरक्को (अफ्रीका) की तरफ से गई गर्म हवाओं के चलते उत्तरी ध्रुव पर गर्मी बढ़ी और वहां आर्कटिक ब्लास्ट हुआ। अंटार्कटिका ब्लास्ट या कोल्ड ब्लास्ट का मतलब दक्षिण ध्रुवीय महासागर , जिसे दक्षिणी महासागर या अंटार्कटिक महासागर भी कहा जाता है, विश्व के सबसे दक्षिण में स्थित एक महासागर है। ...