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How to earn more interest on deposits in PPF account?

 पीपीएफ खाते में जमा पर ज्यादा ब्याज कैसे कमाएं ?

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (Public Provident Fund) (PPF) एक लंबी अवधि (15 Years) का भरोसेमंद निवेश है। 15 साल में मैच्‍योरिटी के बाद आप अपने पीपीएफ अकाउंट को 5-5 साल के ब्‍लॉक में आगे बढ़ा सकते हैं।

PPF अकाउंट में आप एक साल में अधिकतम 1.50 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं। PPF खाते में पैसा कब जमा करना है इसकी कोई तय तारीख नहीं है। आप मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना तौर पर PPF में पैसा जमा कर सकते हैं। इस सरकारी स्‍कीम में जितनी जल्‍दी निवेश शुरू किया जाए, उसका उतना ही ज्‍यादा फायदा होता है।

कैसे कैलकुलेट होता है PPF पर ब्याज :-

PPF पर हर महीने ब्याज की गणना होती है, लेकिन ये खाते में वित्त वर्ष के अंत में 31 मार्च को क्रेडिट किया जाता है।

PPF पर ज्यादा ब्याज पाने का तरीका:-

PPF पर ब्याज की गणना हर महीने की 1 तारीख से लेकर 5 तारीख तक खाते में मौजूद रकम पर होती है। यानी अगर आपने किसी महीने की 5 तारीख तक PPF खाते में पैसा डाल दिया तो उस पैसे पर उसी महीने ब्याज मिल जाएगा, लेकिन अगर आपने 5 तारीख के बाद यानी मान लीजिए 6 तारीख को पैसा जमा किया तो जमा की गई रकम पर ब्याज अगले महीने मिलेगा।

PPF कैलकुलेशन का उदाहरण नंबर -1

मान लाजिए आपने 5 अप्रैल को अपने खाते में 50,000 रुपये जमा किए, 31 मार्च तक आपके खाते में पहले से ही 10 लाख रुपये मौजूद है। 5 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक आपके PPF खाते में कुल रकम हुई 10,50,000 रुपये, जो कि मिनिमम बैलेंस है। तो इस पर 7.1 परसेंट के हिसाब से मासिक ब्याज हुआ - (7.1%/12 X 1050000) = 6212 रुपये

PPF कैलकुलेशन का उदाहरण नंबर-2

अब मान लीजिए आपने 50000 रुपये की रकम 5 अप्रैल तक जमा नहीं की और इसके बाद 6 अप्रैल को जमा की। 5 अप्रैल से 30 अप्रैल तक आपके खाते में मिनिमम बैलेंस रहेगा 10 लाख रुपये। इस पर 7.1 परसेंट के हिसाब से मासिक ब्याज कितना हुआ

(7.1%/12 X 10,00,000) = 5917 रुपये

सोचिए, निवेश की राशि 50,000 ही है, लेकिन जमा करने के तरीके से ब्याज में फर्क आ गया।

ऐसे में अगर आप PPF में अपने पैसे पर ज्यादा से ज्यादा ब्याज चाहते हैं तो महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा कर दें ताकि आपको उस महीने का ब्याज जरूर मिल जाए।

एक्सपर्ट ये भी सलाह देते हैं कि PPF Account में 1.5 लाख रुपये की पूरी रकम नया वित्त वर्ष शुरू होते ही 1 अप्रैल से 5 अप्रैल के बीच ही जमा कर देनी चाहिए, ताकि पूरे वर्ष का चक्रवृद्धि ब्याज आपको मिल जाए। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो हर महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा करना बेहतर विकल्प रहता है।