दिवाली के आस - पास हर साल इतना वायु प्रदूषण क्यों होता है? Why Heavy Air Pollution surrounding Diwali festival every year?
वायु प्रदूषण का स्तर हमेशा दिवाली के आस – पास ही बेहद खतरनाक क्यों होता है? इस से क्या-क्या समस्याएं आती हैं ? इसमें पराली जलाने का क्या रोल है ? 👉 View the Latest Video On Why Delhi NCR face heavy air pollution on every Diwali? दिल्ली में भारी वायु प्रदूषण क्यों रहता है? वास्तव में दिवाली हमेशा कार्तिक मास की अमावस्या को अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है और आप देखेंगे कि अक्टूबर और नवंबर एक प्रकार से भौगोलिक दृष्टि से संक्रमण काल होता है। प्रकृति के दृष्टिकोण से , धीरे-धीरे ग्रीष्मकाल यानी मानसून सीजन समाप्त होता है और सर्द ऋतु का आगमन होने लगता है। इससे वातावरण में संक्रमण (Change of Weather Conditions) की परिस्थिति होने के कारण नमी (आर्द्रता / Moisture) बढ़ जाती है तथा तापमान (Temperature) गिरने लगता है, परिणामस्वरूप वायुदाब (Air Pressure) बढ़ने लगता है, यानि वायुदाब उच्च (H) (High) हो जाता है, जिससे वायु भारी (अर्थात नमी युक्त) होकर वायुमंडल के निचले स्तरों में धरातल के निकट ही रुकी रहती है। इस दौरान वायु की क्षैतिज गति भी मंद पड़ जाती है, इस प्रकार