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Showing posts from November, 2024

दिवाली के आस - पास हर साल इतना वायु प्रदूषण क्यों होता है? Why Heavy Air Pollution surrounding Diwali festival every year?

वायु प्रदूषण का स्तर हमेशा दिवाली के आस – पास ही बेहद खतरनाक क्यों होता है? इस से क्या-क्या समस्याएं आती हैं ? इसमें पराली जलाने का क्या रोल है ? 👉 View the Latest Video On Why Delhi NCR face heavy air pollution on every Diwali? दिल्ली में भारी वायु प्रदूषण क्यों रहता है? वास्तव में दिवाली हमेशा कार्तिक मास की अमावस्या को अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है और आप देखेंगे कि अक्टूबर और नवंबर एक प्रकार से भौगोलिक दृष्टि से संक्रमण काल होता है। प्रकृति के दृष्टिकोण से , धीरे-धीरे ग्रीष्मकाल यानी मानसून सीजन समाप्त होता है और सर्द ऋतु का आगमन होने लगता है। इससे वातावरण में संक्रमण (Change of Weather Conditions) की परिस्थिति होने के कारण नमी (आर्द्रता / Moisture) बढ़ जाती है तथा तापमान (Temperature) गिरने लगता है, परिणामस्वरूप वायुदाब (Air Pressure) बढ़ने लगता है, यानि वायुदाब उच्च (H) (High) हो जाता है, जिससे वायु भारी (अर्थात नमी युक्त) होकर वायुमंडल के निचले स्तरों में धरातल के निकट ही रुकी रहती है। इस दौरान वायु की क्षैतिज गति भी मंद पड़ जाती है, इस प्रकार

BSEH - HTET Exam 2024 - Eligibility, Guidelines, Important Dates for Apply and Exam Dates

BOARD OF SCHOOL EDUCATION HARYANA, BHIWANI (HARYANA TEACHER ELIGIBILITY TEST-2024) “INFORMATION BULLETIN” GUIDELINES/INSTRUCTIONS–“SCHEME OF EXAMINATION”   💥APPLY ON-LINE BY ACCESSING BOARD’S WEBSITE   👉 www.haryanatet.in   Fees structure for HTET-2024    💦For One Level only  Category 👉SC and PH Candidates of Haryana Domicile  Rs. 500/-   👉 For All Candidates except SC and PH of Haryana Domicile  Rs. 1000/-   👉 All Candidates Non-Haryana Domicile (Including SC & PH)  Rs. 1000/-   💦 For Two Levels   Category 👉SC and PH Candidates of Haryana Domicile  Rs. 900/-   👉 For All Candidates except SC and PH of Haryana Domicile  Rs. 1800/-   👉 All Candidates Non-Haryana Domicile (Including SC & PH)  Rs. 1800/- 💦 For  Three Levels    Category 👉SC and PH Candidates of Haryana Domicile  Rs. 1200/-   👉 For All Candidates except SC and PH of Haryana Domicile  Rs. 2400/-   👉 All Candidates Non-Haryana Domicile (Including SC & PH)  Rs. 2400/- IMPORTANT DATES FOR SUBMISSION OF

Project Work on Class 11 Chapter - 11 World Climate and Climate Change (Hindi Medium)

कोपेन के द्वारा विश्व जलवायु का वर्गीकरण : - जलवायु का सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला वर्गीकरण व्लादिमीर कोपेन (जर्मन भूगोलवेत्ता और मौसम विज्ञानी) द्वारा विकसित अनुभवजन्य जलवायु वर्गीकरण योजना है। कोप्पेन ने वनस्पति के वितरण और जलवायु के बीच घनिष्ठ संबंध की पहचान की। उन्होंने तापमान और वर्षा के कुछ निश्चित मूल्यों का चयन किया और उन्हें वनस्पति के वितरण से जोड़ा और जलवायु को वर्गीकृत करने के लिए इन मूल्यों का उपयोग किया। यह औसत वार्षिक और औसत मासिक तापमान और वर्षा डेटा पर आधारित एक अनुभवजन्य वर्गीकरण है। उन्होंने जलवायु समूहों और प्रकारों को निर्दिष्ट करने के लिए बड़े और छोटे अक्षरों का उपयोग शुरू किया। यद्यपि 1918 में विकसित की गई और समय के साथ संशोधित की गई , कोप्पेन की योजना अभी भी लोकप्रिय और उपयोग में है।   जलवायु पर जानकारी और डेटा को व्यवस्थित करके और आसान समझ , विवरण और विश्लेषण के लिए उन्हें छोटी इकाइयों में संश्लेषित करके विश्व जलवायु का अध्ययन किया जा सकता है। जलवायु को वर्गीकृत करने के लिए तीन व्यापक दृष्टिकोण अपनाए गए हैं। वे अनुभवजन्य , आनुवंशिक और व्यावहार