1. 18 may 1974 को भारत ने पोखरण राजस्थान में पहला परमाणु परीक्षण (स्माइलिंग बुद्धा के रूप में) किया थाऔर दूसरा परमाणु परीक्षण किया था 02 मई 1998 को।
2. 18 मई 1933 को कर्नाटक राज्य के हरदनहल्ली गाँव में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा का जन्म हुआ था।
3. 18 मई 1848 को जर्मनी में पहली नेशनल असेंबली का उदघाटन हुआ था।
2. 18 मई 1933 को कर्नाटक राज्य के हरदनहल्ली गाँव में पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा का जन्म हुआ था।
3. 18 मई 1848 को जर्मनी में पहली नेशनल असेंबली का उदघाटन हुआ था।
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4. 18 मई को विश्व संग्रहालय दिवस मनाया जाता है। पंजाब के आनंदपुर साहिब में ‘विरासत-ए-खालसा’ और हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पैनोरमा व धरोहर, श्रीकृष्ण संग्रहालय एवं शेख चिल्ली के मकबरा परिसर में बना है पुरातात्विक संग्रहालय। प्रेरणा वृद्ध आश्रम में मेजर नितिन बाली शहीद संग्रहालय स्थित है, जिसे देश का पहला इंडोर शहीद संग्रहालय माना जाता है।
5. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation- ISRO) ने EOS-09 (Earth Observation Satellite-09) उपग्रह का पीएसएलवी (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) सी-61 रॉकेट द्वारा आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) स्थित अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लॉन्च पैड (First Launch Pad (FLP), Satish Dhawan Space Centre) से सुबह पांच बजकर 59 मिनट पर यान को प्रक्षेपित किया गया। हालांकि, तकनीकी खामी के कारण उपग्रह को कक्षा में स्थापित नहीं किया जा सका। ईओएस-09 किसी भी मौसम परिस्थिति में पृथ्वी की सतह की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें लेने में सक्षम है। कृषि-वानिकी के लिहाज से इसरो का यह 101वां मिशन बेहद अहम है। पीएसएलवी श्रेणी का यह 63वां मिशन है। इस पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ईओएस-09) का मकसद 24 घंटे सटीक और स्पष्ट तस्वीरें हासिल करना था।
5. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation- ISRO) ने EOS-09 (Earth Observation Satellite-09) उपग्रह का पीएसएलवी (ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान) सी-61 रॉकेट द्वारा आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) स्थित अंतरिक्ष केंद्र के प्रथम लॉन्च पैड (First Launch Pad (FLP), Satish Dhawan Space Centre) से सुबह पांच बजकर 59 मिनट पर यान को प्रक्षेपित किया गया। हालांकि, तकनीकी खामी के कारण उपग्रह को कक्षा में स्थापित नहीं किया जा सका। ईओएस-09 किसी भी मौसम परिस्थिति में पृथ्वी की सतह की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें लेने में सक्षम है। कृषि-वानिकी के लिहाज से इसरो का यह 101वां मिशन बेहद अहम है। पीएसएलवी श्रेणी का यह 63वां मिशन है। इस पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ईओएस-09) का मकसद 24 घंटे सटीक और स्पष्ट तस्वीरें हासिल करना था।