तूफ़ानों के नाम कैसे रखे जाते हैं? How are cyclone named ? तौकते तूफान क्या है? What is Cyclone Tauktae?
तूफ़ानों के नाम कैसे रखे जाते हैं? चक्रवातीय तूफ़ानों को नाम क्यों दिए जाते हैं ?
तूफान को नाम इसलिए दिया जाता है, ताकि आम लोगों और वैज्ञानिकों में इसे लेकर असमंजस न बना रहे।
दुनिया भर में तूफानों के नाम 5 कमेटियां फाइनल करती हैं।
इन कमेटियों के नाम हैं:
(1) इस्केप टाइफून कमेटी
(2) इस्केप पैनल ऑफ ट्रॉपिकल साइक्लोन
(3) आरए 1 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी
(4) आरए- 4
(5) आरए- 5 ट्रॉपिकल साइक्लोन कमेटी।
सबसे पहले विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने चक्रवातों के नाम रखने की शुरुआत की गई थी।
भारत में तूफानों का नाम रखने का चलन 2004 से शुरू हुआ।
भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाइलैंड में भी तूफानों का नाम रखने का फॉर्मूला अपनाया जाता है।
इन 8 देशों की ओर से सुझाए गए नामों के पहले अक्षर के अनुसार उनका क्रम तय किया जाता है और उसी क्रम के अनुसार चक्रवातों के नाम रखे जाते हैं।
इन सभी आठ देशों ने वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (World Meteorological Organization) को तूफानों के नाम की लिस्ट दी हुई है।
इसमें भारत ने 'अग्नि', 'बिजली', 'मेघ', 'सागर' और 'आकाश' जैसे नाम दिए।
वहीं, पाकिस्तान ने 'निलोफर', 'बुलबुल' और 'तितली' जैसे नाम दिए।
इन्हीं नामों में से वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन तूफान का नाम रखता है।
इन आठ देशों में अगर चक्रवात आता है, तो भेजे गए नामों में बारी-बारी एक नाम चुना जाता है।
जैसे -
अरब सागर में मई 2021 से उठे उष्ण कटिबंधीय तूफान का नाम 'तौकते' (ताऊ-ते) (Tauktae)
रखा गया है।
यह नाम म्यांमार ने दिया है। इसका अर्थ होता है ‘छिपकली’ यह नाम म्यांमार (बर्मा क्षेत्र) में पायी जाने वाली गेको छिपकली के नाम पर आधारित है।
यह भारत में इस अरब सागर तट पर वर्ष 2021 का पहला चक्रवात (cyclone) 🌀है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार अरब सागर में बने दबाव के क्षेत्र के "अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान" में तब्दील होने के बाद यह गुजरात तट को पार कर गया है। तूफ़ान से प्रभावित राज्यों में केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र आदि भी रहे। चक्रवात का प्रभाव राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में भी रहा है।
भारत में 10 साल तक एक नाम दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता।
ज्यादा तबाही मचाने वाले चक्रवातों के नाम को निरस्त कर दिया जाता है।
वर्ष 2021 में म्यांमार की तरफ से भेजे गए तूफानों के नाम चुने गए।
अमेरिका हर साल तूफानों के 21 नामों की सूची तैयार करता है।
हालांकि अंग्रेजी के हर एल्फाबेट से एक नाम रखा जाता है। लेकिन Q, U, X, Y और Z एल्फाबेट से तूफान का नाम रखने की परंपरा नहीं है।
अगर एक साल में 21 से ज्यादा तूफान आएं तो फिर उनका नाम ग्रीक अल्फाबेट अल्फा, बीटा, गामा के नाम से रख दिया जाता है।
इन नामों में ऑड-ईवन का फॉर्मूला अपनाया जाता है। जैसे ऑड सालों में चक्रवात का नाम औरतों के नाम पर रखा जाता है, जैसे कि 2019, 2021 और 2023 में आने वाले तूफानों के नाम औरतों के नाम पर रखे जाएंगे।
जबकि ईवन सालों में आए तूफान के नाम पुरुषों पर आधारित होते हैं। जैसे कि 2018, 2020 और 2022 में आने वाले तूफानों के नाम पुरुषों के नाम पर आधारित होंगे।