मलिन बस्ती :- अवैध रूप से बसी, गैर क़ानूनी, अत्यधिक भीड़ – भाड वाली मानव बस्तियाँ, गंदी बस्तियाँ कहलाती हैं।
धारावी (मुंबई), एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती है। यह वास्तव में सागर का एक हिस्सा है जोकि कचरे से भरी गई जगह है। यहाँ एक – एक कमरे में 10 से 12 लोग रहते हैं। धारावी में वृक्षों की छाया नहीं होती है। हालाँकि मुंबई को धनाढय बनाने में धारावी की अहम भूमिका रही है। यहाँ देश के सर्वाधिक सुंदर, मूल्यवान और उपयोगी पदार्थ बनाए जाते हैं। जैसे – मिट्टी के बर्तन, जरी का काम, आभूषण, लकड़ी की पच्चीकारी तथा फर्नीचर आदि।Map showing major SLUM area in World
इसकी अथवा मलिन
बस्तियों की सामान्य समस्याएँ या विशेषताएँ निम्नलिखित हैं :-
1.
ये खाली
पड़ी जमीन, व्यक्तिगत अथवा सार्वजनिक जमीन पर बसी अवैध बस्तियाँ होती हैं।
2.
इसमें
जमीन का मालिक भू स्वामी नहीं होता है बल्कि जमीन पर उनका गैर क़ानूनी कब्जा
होता है।
3.
इन
बस्तियों में आवासीय दशाएँ अत्यंत निम्न होती हैं।
4.
इनमें गलियाँ
अत्यंत तंग होती हैं।
5.
इनमें मकान
कच्चे, एवं छोटे होते हैं।
6.
इन
बस्तियों में शुद्ध हवा, पानी, शौचालय आदि की कमी होती है।
7.
इनमें
बहुत ज्यादा भीड़ भाड़ होती है।
8.
इनमें
अधिकतर निम्न आय वाले लोग रहते हैं।
9.
जीर्ण –
शीर्ण मकान
10. गरीबी, अपराध, शराब, नशीली दवाओं के धंधे,
गुंडागर्दी आदि असामाजिक समस्याएँ
11. इनके अधिकतर निवासी प्रवासी जनसंख्या होती है।
12. इनको भारत में अनाधिकृत बस्ती, अवैध बस्ती, मलिन बस्ती, गंदी बस्ती, झुग्गी झोपडी, स्लम आदि नामों से जाना जाता है।
13. इनको वेनेजुएला (Venezuela) में रान्चोज (RANCHOS), ब्राज़ील (Brazil) में फवेलाज (FAVELAS), म्यांमार (Myanmar) में केवेटिट्स (CAVITIES / KEVTTIES ) तथा अन्य कई जगह शैंटी टाउंस (Shanty Town) आदि नामों से जाना जाता है।