प्रधानमंत्री ने कहा कि सपनों में खोए रहना अच्छा लगता है. सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन सपने को लेकर के बैठे रहना और सपनों के लिए सोते रहना ये तो सही नहीं है. सपनों से आगे बढ़कर, अपने सपनों को पाने का संकल्प ये बहुत महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में एक बात ये भी हुई है कि हमने अपने परिवार में एक दूसरे को ज्यादा नजदीक से समझा है. कोरोना ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मजबूर किया, लेकिन परिवारों में emotional bonding को भी इसने मजबूत किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि आपके चेहरे की खुशी और उल्लास न देख पाना मेरे लिए बड़ा लॉस है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते मुझे भी एक नए फॉर्मैट में आना पड़ रहा है.