प्रधानमंत्री ने कहा कि सपनों में खोए रहना अच्छा लगता है. सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन सपने को लेकर के बैठे रहना और सपनों के लिए सोते रहना ये तो सही नहीं है. सपनों से आगे बढ़कर, अपने सपनों को पाने का संकल्प ये बहुत महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में एक बात ये भी हुई है कि हमने अपने परिवार में एक दूसरे को ज्यादा नजदीक से समझा है. कोरोना ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मजबूर किया, लेकिन परिवारों में emotional bonding को भी इसने मजबूत किया है.
पीएम मोदी ने कहा कि अगर पैरेंट्स बुढ़ापे की ओर जाना चाहते हैं तो निश्चित रूप से बच्चों से दूरी बढ़ाएं लेकिन अगर आपको युवावस्था में बने रहना है तो आपको उसके साथ उसकी तरह चलना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि जन-गण-मन समय आप उसे विजुअलाइज़ करेंगे तो चीजें आपको अच्छे से याद रहेगीं. इसलिए पढ़ने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करेंगे तो अच्छे से चीजें आत्मसात कर पाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि ये सोचें कि जिनसे आप जुड़े हैं वो बातें कभी आपने याद करने की कोशिश की थी. ये बाते मेमोराइज़ नहीं इंटर्नलाइज़ हैं. इसलिए याद करने पर जोर देने के बजाय उसे जीने की कोशिश करनी चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि सपनों से आगे बढ़कर अपने सपनों को पाने का संकल्प बहुत महत्वपूर्ण है. आपको सोचना चाहिए कि आपके जीवन का वो सपना कौन सा है जिसे आप संकल्प बनाना चाहेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे बड़े स्मार्ट होते हैं. जो आप कहेंगे, उसे वो करेंगे या नहीं करेंगे, यह कहना मुश्किल है, लेकिन इस बात की पूरी संभावना होती है कि जो आप कर रहे हैं, वो उसे बहुत बारीक़ी से देखता है और दोहराने के लिए ललायित हो जाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों को कभी भी भय पैदा करके कुछ भी कराने की कोशिश न कीजिए. ये तरीका लगता तो आसान है लेकिन इससे निगेटिव मोटिवेशन बनने की आशंका रहती है.
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों के अंदर जो प्रकाश आप देखना चाहते हैं वो प्रकाश उनके भीतर से प्रकाशवान होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों में कोई अच्छी आदत डालने के लिए उन्हें उसके फायदे बताने की जरूरत है. न कि उनपर दबाव बनाने की जरूरत है.
पीएम मोदी ने कहा कि माता-पिता अपने मन में लक्ष्य बना लेते हैं, कुछ सपने पाल लेते हैं लेकिन हम अपने सपनों के लिए बच्चों को इंस्ट्रूमेंट मानने लगते हैं और जब बच्चों को उस दिशा में खींचने में सफल नहीं हो पाते तो कहते हैं कि बच्चों में मोटिवेशन की कमी है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे घर-परिवार में बेटे और बेटी के बीच जो ट्रीटमेंट किया जाता है उसमें असामनता होती है ऐसे में जो बेटा नागरिक समाज में जाता है तो वह उसी तरह व्यवहार करता है.
पीएम मोदी ने कहा कि अभिभावकों को सोचना चाहिए कि वह वाकई ही अपने बच्चों को उसी तरह का जीवन जीना सिखाना चाहते हैं? इसके लिए सबसे पहले छात्रों का आत्मचिंतन करना जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा कि खाली समय में हमें जिज्ञासा बढ़ाने वाली चीजें करनी चाहिए. इसका असर सीधे दिखाई नहीं देता लेकिन जीवन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खाली समय में झूला झूलना पसंद है, मैं काम के बीच में भी झूले पर बैठना पसंद करना हूं इससे मुझे खुशी मिलती है.
पीएम मोदी ने कहा कि अगर आपको पता है कि आपके पास आज के दिन में खाली समय होगा तो आप अपने परिवार वालों की मदद कर सकते हैं या फिर आप ऐसा कुछ कर सकते हैं जो कि आपको पसंद है.
पीएम मोदी ने कहा कि खाली समय को खाली न समझें, ये खजाना है. ये एक अवसर है. आपकी दिनचर्या में खाली समय के पल होने ही चाहिए वरना जिंदगी नीरस हो जाती है.
पीएम मोदी ने कहा कि अपने जीवन के कठिन रहे लेकिन अब आप उसे आसानी से कर पा रहे हैं. ऐसे कामों की लिस्ट बनाएं तो कभी आपको किसी से भी कठिन वाला सवाल नहीं पूछना पड़ेगा क्योंकि आपको कुछ भी कठिन लगेगा ही नहीं.
पीएम मोदी ने कहा कि जब कठिन के साथ एडजस्ट करेंगे तो सरल अपने आप और सरल हो जाता था. इसलिए पहले कठिन चीजों को हल करना चाहिए.
पीएम मोदी ने अभिभावकों को सलाह दी कि बच्चों के मन में परीक्षा का भय बनाना सही नहीं है. जिंदगी में ये कोई आखिरी मुकाम नहीं है, परीक्षा जिंदगी का एक पड़ाव है इसलिए हमें कोई दबाव नहीं बनाना चाहिए. बच्चों को घर में सहज, तनावमुक्त जीना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि ये परीक्षा पे चर्चा है सिर्फ परीक्षा पे ही चर्चा नहीं है. छात्रों के लिए एक हल्का फुल्का माहौल बनाना है. छात्रों के लिए तनावपूर्ण माहौल बनाना है, जैसा कि हम घर पर अपने दोस्तों के साथ करते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि आपके चेहरे की खुशी और उल्लास न देख पाना मेरे लिए बड़ा लॉस है.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते मुझे भी एक नए फॉर्मैट में आना पड़ रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों के अंदर जो प्रकाश आप देखना चाहते हैं वो प्रकाश उनके भीतर से प्रकाशवान होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों को कभी भी भय पैदा करके कुछ भी कराने की कोशिश न कीजिए. ये तरीका लगता तो आसान है लेकिन इससे निगेटिव मोटिवेशन बनने की आशंका रहती है.
पीएम मोदी ने कहा कि बच्चे बड़े स्मार्ट होते हैं. जो आप कहेंगे, उसे वो करेंगे या नहीं करेंगे, यह कहना मुश्किल है, लेकिन इस बात की पूरी संभावना होती है कि जो आप कर रहे हैं, वो उसे बहुत बारीक़ी से देखता है और दोहराने के लिए ललायित हो जाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि सपनों से आगे बढ़कर अपने सपनों को पाने का संकल्प बहुत महत्वपूर्ण है. आपको सोचना चाहिए कि आपके जीवन का वो सपना कौन सा है जिसे आप संकल्प बनाना चाहेंगे.
पीएम मोदी ने कहा किसी को भी motivate करने का पहला पार्ट है- Training. Proper training एक बार बच्चे का मन train हो जाएगा तब उसके बाद motivation का समय शुरू होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि ये सोचें कि जिनसे आप जुड़े हैं वो बातें कभी आपने याद करने की कोशिश की थी. ये बाते मेमोराइज़ नहीं इंटर्नलाइज़ हैं. इसलिए याद करने पर जोर देने के बजाय उसे जीने की कोशिश करनी चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि जन-गण-मन समय आप उसे विजुअलाइज़ करेंगे तो चीजें आपको अच्छे से याद रहेगीं. इसलिए पढ़ने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल करेंगे तो अच्छे से चीजें आत्मसात कर पाएंगे.
पीएम मोदी ने कहा कि अगर पैरेंट्स बुढ़ापे की ओर जाना चाहते हैं तो निश्चित रूप से बच्चों से दूरी बढ़ाएं लेकिन अगर आपको युवावस्था में बने रहना है तो आपको उसके साथ उसकी तरह चलना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना काल में एक बात ये भी हुई है कि हमने अपने परिवार में एक दूसरे को ज्यादा नजदीक से समझा है. कोरोना ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मजबूर किया, लेकिन परिवारों में emotional bonding को भी इसने मजबूत किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सपनों में खोए रहना अच्छा लगता है. सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन सपने को लेकर के बैठे रहना और सपनों के लिए सोते रहना ये तो सही नहीं है. सपनों से आगे बढ़कर, अपने सपनों को पाने का संकल्प ये बहुत महत्वपूर्ण है.