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Chapter 9 Geographical Perspective on Selected Issues and Problems - Important Questions अध्याय 9 भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित मुद्दे और समस्याएं - महत्वपूर्ण प्रश्न

Que1.            What is environmental pollution? Tell its types. Or what is the difference between pollution and pollutants? पर्यावरण प्रदूषण किसे कहते हैं ? इसके प्रकार बताइए। अथवा प्रदूषण और प्रदूषकों में क्या भेद है ?  

ANS. Unwanted substances in the environment which are harmful to the environment are called environmental pollution.

When man crosses the limits of nature and acts against the ecosystem, pollution begins. Dust, smoke, filth, solid particles, dirty water, unnecessary noise etc. are called environmental pollutants.

पर्यावरण में अवांछित पदार्थ जो पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं, पर्यावरण प्रदूषण कहलाते हैं।

जब प्रकृति की सीमाओं से पार जाकर मनुष्य पारितंत्र के विरुद्ध कार्य करता है तो प्रदूषण होने लगता है। धूल, धुआं, गंद, ठोस कण, मलिन जल, अनावश्यक शोर आदि पर्यावर्णीय प्रदूषक कहलाते हैं।

Types of environmental pollution:-

1. Water pollution

2. Air pollution

3. Noise pollution

4. Ground or soil pollution

 पर्यावरण प्रदूषण के प्रकार :-

1.    जल प्रदूषण

2.    वायु प्रदूषण

3.    ध्वनि प्रदूषण

4.    भू या भूमि प्रदूषण

Que2.            What is water pollution? Tell its reasons and its solutions. Or describe the nature of water pollution in India. जल प्रदूषण क्या है ? इसके कारण और इसके उपाय बताइए। अथवा  भारत में जल प्रदूषण की प्रकृति का वर्णन कीजिए।

ANS. Unwanted substances in water which are harmful to the health of water and animals are called water pollution. जल में अवांछित पदार्थ जो जल और जीव जन्तुओं के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं, जल प्रदूषण कहलाते हैं।

 

Causes of water pollution: -

1. Dumping dirty water and sewerage from cities, human settlements and factories into rivers.

2. Population growth.

3. Industrial waste, like leather industry – Kanpur, pollutes the river Ganga.

4. Soil erosion caused by intense rainfall in the mountains.

5. Remains of plants and animals.

6. Location of petrochemical industry, textile industry, jute industry, sugar industry etc. on the banks of rivers.

7. Heap of urban waste and garbage.

8. Mixing of contaminated water with ground water during rains.

9. Oil leakage from oil tankers in the seas.

10. Indiscriminate use of chemical fertilizers and pesticides in the agricultural sector i.e. fields.

11. Due to pilgrimages, religious fairs, tourism etc.

12. To shed the ashes in the rivers.

13. Waste water of Delhi is the main cause of pollution of Yamuna River.

जल प्रदूषण के कारण : -

1.   नदियों में शहरों और मानवीय बस्तियों तथा फैक्ट्रियों का गंदा पानी और सीवरेज को डालना।

2.   जनसंख्या वृद्धि।  

3.   औद्योगिक कचरा, जैसे - चमडा उद्योग – कानपुर, गंगा नदी को दूषित करता है।

4.   पहाड़ों पर तीव्र वर्षा से होने वाला मृदा अपरदन।  

5.   पेड़ पौधों और जीव जन्तुओं के अवशिष्ट।  

6.   पेट्रोरसायन उद्योग, वस्त्र उद्योग, जूट उद्योग, चीनी उद्योग आदि का नदियों किनारे अवस्थित होना।  

7.   नगरीय अपशिष्ट और कूड़े कर्कट का ढेर।  

8.   वर्षा के दौरान दूषित जल का भौम जल में मिल जाना।

9.   समुद्रों में तेल टैंकरों से तेल का रिसाव।

10. कृषि क्षेत्र यानि खेतों में रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग।  

11. तीर्थ यात्राओं, धार्मिक मेलों, पर्यटन आदि के कारण।  

12. नदियों में अस्थियों को बहाना।   

13. दिल्ली का अपशिष्ट जल यमुना नदी के प्रदूषण का मुख्य कारण है।

Effects of water pollution:-

1. Water borne diseases, like diarrhea, intestinal worms, hepatitis.

2. Contamination of ground water.

3. Degradation of water quality of rivers.

4. Death of river or aquatic organisms.

5. Threat to the existence of aquatic organisms.

6. According to the World Health Organization (WHO) report, about one-fourth of the communicable diseases in India are water-borne.

जल प्रदूषण के प्रभाव :-

1.   जल जनित बीमारियाँ, जैसे दस्त (डायरिया), आँतों में कीड़े होना, हेपेटाइटिस का होना। 

2.   भौम जल का दूषित होना।  

3.   नदियों के जल की गुणवत्ता का कम होना।  

4.   नदीय या जलीय जीवों की मृत्यु होना।  

5.   जलीय जीवों के अस्तित्व को खतरा।

6.   विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग एक – चौथाई संचारी रोग जल – जनित होते हैं।

Measures to prevent water pollution:-

1. Recycling water.

2. Making strict rules and laws and giving strict punishment for contempt.

3. To control the population.

4. To dispose of waste as organic fertilizer.

5. To increase public awareness.

6. To prevent water pollution, Ganga cleaning campaign “Namami Gange Programme” has been started at the national level. Under which, to reduce the pollution of Ganga River, which is considered the most sacred river of India, which flows through densely populated areas, which remains a matter of concern, making arrangements for sewer treatment in cities, monitoring industrial flows, Developing rivers, increasing afforestation and biodiversity along river banks, cleaning river beds, not putting any kind of substance in the river and creating awareness among the people etc. These include developing 'Ganga Gram' in Uttarakhand, UP, Bihar, Jharkhand.

जल प्रदूषण की रोकथाम के उपाय :-

1.   पानी का पुन: चक्रण करना।  

2.   सख्त नियम और कानून बनाना तथा अवमानना पर सख्त सजा देना।  

3.   जनसंख्या को नियंत्रित रखना।  

4.   अपशिष्ट का निपटान जैविक खाद के रूप में करना।  

5.   जन जागरूकता को बढ़ाना।

6.   जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए राष्ट्रीय स्तर पर गंगा सफाई अभियान “नमामि गंगे कार्यक्रम” आरंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत घनी आबादी से बहने वाली भारत की सबसे पवित्र मानी जाने वाली गंगा नदी (Ganga River) के  प्रदूषण, जो चिंता का विषय बना हुआ है, को कम करने के लिए शहरों में सीवर ट्रीटमेंट की व्यवस्था करना, औद्योगिक प्रवाह की निगरानी करना, नदियों का विकास करना, नदी के किनारे वनीकरण और जैव विविधता को बढ़ाना, नदी तल की सफाई करना, उत्तराखंड, यू. पी., बिहार, झारखंड में ‘गंगा ग्राम’ का विकास करना, नदी में किसी भी प्रकार के पदार्थ न डालना तथा लोगों में जागरूकता लाना आदि शामिल हैं।

Que3.            What is air pollution? Explaining its reasons, tell the measures to prevent it. Or describe the main sources of air pollution or what are the effects of air pollution on human health? वायु प्रदूषण क्या है ? इसके कारण बताते हुए, इसकी रोकथाम के उपाय बताइए। अथवा वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों का वर्णन कीजिए अथवा मानव स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण के क्या प्रभाव पड़ते हैं ?

ANS.

Unwanted substances in the air, such as dust, smoke and smell etc. which reduce the quality of air, are called air pollution. वायु में अवांछित पदार्थ, जैसे – धूल, धुआं एवं बदबू आदि जो वायु की गुणवत्ता को कम कर देते हैं, वायु प्रदूषण कहलाते हैं।

 

Causes of air pollution: -

1. Smoke from factories and means of transport.

2. Excessive population growth

3. Indiscriminate cutting of trees.

4. Brick kilns

5. Dust storms

6. Volcanic eruption

7. Wildfire

8. Municipal waste and garbage heap

9. Spraying of chemical fertilizers and pesticides in fields

10. Bacteria and viruses.

11. Burning of fossil fuels like coal, petrol, and diesel etc.

12. Nuclear explosion

13. Chemical Processes

14. Mining work.

वायु प्रदूषण के कारण : -

1.   फैक्ट्रियों और परिवहन साधनों का धुआं ।

2.   अत्यधिक जनसंख्या वृद्धि

3.   वृक्षों की अंधाधुंध कटाई।

4.   ईट के भट्टे 

5.   धूल भरी आंधियाँ

6.   ज्वालामुखी विस्फोट

7.   जंगल की आग 

8.   नगरीय अपशिष्ट और कूड़े कर्कट का ढेर

9.   खेतों में रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का छिडकाव 

10. बैक्टीरिया और वायरस।

11. जीवाश्म ईंधनों, जैसे – कोयला, पेट्रोल, डीजल आदि का जलाना

12. परमाणु विस्फोट

13. रासायनिक प्रक्रियाएँ

14. खनन कार्य।

Effects of air pollution:-

1. Respiratory diseases, such as asthma, respiratory diseases, skin diseases, allergies etc.

2. Air pollution.

3. Smoke and fog appear.

4. Increase in global warming.

5. Occurrence of acid rain.

6. Increase in greenhouse gases on Earth.

7. WHO report states that air pollution is the biggest killer cause of death in South East Asia.

8. Air pollution is the cause of approximately 8 lakh deaths every year worldwide.

9. Chernobyl (Ukraine), Dzerzhinsk (Russia), Haina (Dominican Republic), Kabwe (Zambia), La Oroya (Peru), Linfen (China), Mailuu-Suu (Kyrgyzstan), Norilsk (Russia), Ranipet (Tamil Nadu, India), Rudnaya Pristan (Russia) etc. cities called Living Hell.

वायु प्रदूषण के प्रभाव :-

1.   स्वास सम्बन्धित बीमारियाँ, जैसे - दमा, सांस के रोग, चर्म रोग, एलिर्जी आदि का होना आदि। 

2.   वायु का दूषित होना।  

3.   धूम्र कोहरा छाना।  

4.   वैश्विक तापन (ग्लोबल वार्मिंग) का बढ़ना।  

5.   एसिड रेन या अम्ल वर्षा का होना।  

6.   पृथ्वी पर ग्रीन हाउस गैसों का बढ़ना।

7.   WHO की रिपोर्ट बताती है कि दक्षिण पूर्वी एशिया (South East Asia) में वायु प्रदूषण (Air Pollution) मृत्यु का सबसे बड़ा (Biggest Killer) कारण है।

8.   विश्व भर में प्रति वर्ष लगभग 8 लाख मौतों का कारण वायु प्रदूषण है।

9.   Chernobyl (Ukraine), Dzerzhinsk (Russia), Haina (Dominican Republic), Kabwe (Zambia), La Oroya (Peru), Linfen (China), Mailuu-Suu (Kyrgyzstan), Norilsk (Russia), Ranipet (Tamil Nadu, India), Rudnaya Pristan (Russia) आदि शहर Living Hell (जीवित नरक) कहलाते हैं।

 

Measures to prevent air pollution:-

1. Making strict rules and laws and giving strict punishment for contempt.

2. To control the population.

3. To increase public awareness.

4. Planting trees.

5. Increasing use of public vehicles.

6. Working within the limits of nature.

7. Getting vehicles checked regularly.

8. Increasing the use of hydropower etc. instead of fossil fuels.

9. To use solar energy as much as possible.

10. To dispose of municipal waste.

वायु प्रदूषण की रोकथाम के उपाय :-

1.   सख्त नियम और कानून बनाना तथा अवमानना पर सख्त सजा देना।  

2.   जनसंख्या को नियंत्रित रखना।  

3.   जन जागरूकता को बढ़ाना।

4.   वृक्षारोपण करना।  

5.   सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग बढ़ाना।  

6.   प्रकृति की सीमाओं में रहकर कार्य करना।  

7.   वाहनों की नियमित जाँच करवाना।  

8.   जीवाश्म ईंधनों की अपेक्षा जल विद्युत आदि का प्रयोग बढ़ाना।  

9.   सौर ऊर्जा का अधिक से अधिक प्रयोग करना।  

10.         नगरीय अपशिष्ट निपटान करना।

 

Note - Unwanted substances in the air, such as dust, smoke and smell etc. which reduce the quality of air, are called air pollution.

Note - वायु में अवांछित पदार्थ, जैसे धूल, धुआं एवं बदबू आदि जो वायु की गुणवत्ता को कम कर देते हैं, वायु प्रदूषण कहलाते हैं।

Causes of air pollution: - Smoke from factories and means of transport, excessive population growth, indiscriminate cutting of trees, brick kilns, dusty storms, volcanic eruptions, forest fires, heaps of urban waste and garbage, chemical fertilizers in fields and Spraying of pesticides, bacteria and viruses, burning of fossil fuels like coal, petrol, diesel etc., nuclear explosions, chemical processes, mining operations etc.

वायु प्रदूषण के कारण : - फैक्ट्रियों और परिवहन साधनों का धुआं, अत्यधिक जनसंख्या वृद्धि, वृक्षों की अंधाधुंध कटाई, ईट के भट्टे, धूल भरी आंधियाँ, ज्वालामुखी विस्फोट, जंगल की आग, नगरीय अपशिष्ट और कूड़े कर्कट का ढेर, खेतों में रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का छिडकाव, बैक्टीरिया और वायरस, जीवाश्म ईंधनों, जैसे कोयला, पेट्रोल, डीजल आदि का जलाना, परमाणु विस्फोट, रासायनिक प्रक्रियाएँ, खनन कार्य आदि।

Que4.            What is noise pollution? Tell its reasons and its solutions. OR Describe the causes, effects and measures of noise pollution. ध्वनि प्रदूषण क्या है ? इसके कारण और इसके उपाय बताइए। OR शोर प्रदूषण के कारण, प्रभाव और उपायों का वर्णन कीजिए।

ANS.

Unwanted sound which is unpleasant to the ears is called noise pollution. It is different from water, soil and air pollution because its effects can be immediate as well as permanent.

Noise pollution is measured in decibels (dB). The instrument for measuring decibels is called sound meter. Zero to 25 decibels of sound; Quiet up to 65 decibels; Normal sound up to 65 – 75 decibels; Noise above 75 decibels; Danger to health at 90 to 120 decibels; Sound of 120 to 190 decibels is unbearably painful. According to WHO (World Health Organization), 45 decibel sound is safe for human health. Generally, human ears can clearly hear sounds ranging from 20 to 20,000 vibrations per second.

अवांछित ध्वनि जो कानों को अप्रिय लगती है, ध्वनि प्रदूषण कहलाती है। यह जल, मृदा और वायु प्रदूषण से भिन्न है क्योंकि इसका प्रभाव तुरंत और स्थाई भी हो सकता है।

ध्वनि प्रदूषण को डेसीबल (Db) में मापा जाता है। डेसीबल को मापने का यंत्र साउंड मीटर कहलाता है। शून्य से 25 डेसीबल ध्वनि को ख़ामोशी; 65 डेसीबल तक शान्त; 65 – 75 डेसीबल तक साधारण आवाज; 75 डेसीबल से ऊपर शोर; 90 से 120 डेसीबल तक स्वास्थ्य के लिए संकट; 120 से 190 डेसीबल ध्वनि असहनीय पीड़ाजनक होती है। WHO (विश्व स्वास्थ्य संघठन) के अनुसार 45 डेसीबल ध्वनि मानव जीवन के स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित रहती है। साधारणतया मनुष्य के कान 20 से 20000 कम्पन्न प्रति सैकिण्ड तक की ध्वनि स्पष्ट सुन सकते हैं

Causes of noise pollution: -

1. Noise of factories and transportation.

2. Noise of airplanes and supersonic aircraft

3. Dynamite explosion.

4. War practice

5. Loudspeaker

6. Volcanic eruption, lightning, thunder

7. DJ, Radio, TV etc.

8. Nuclear explosion

9. Fireworks

10. Mining operations

11. Siren

12. Hawkers

13. Periodic noise related to community activities and festivals

ध्वनि प्रदूषण के कारण : -

1.   फैक्ट्रियों और परिवहन का शोर।

2.   वायुयानों और सुपरसोनिक विमानों का शोर

3.   डायनामाइट विस्फोट।

4.   युद्ध अभ्यास

5.   लाउडस्पीकर 

6.   ज्वालामुखी विस्फोट, बिजली का कडकना, बादलों का गर्जना 

7.   DJ, रेडियो, TV आदि  

8.   परमाणु विस्फोट

9.   आतिशबाजी 

10. खनन कार्य

11. सायरन

12. फेरी वाले

13. सामुदायिक गतिविधियाँ एवं उत्सवों से संबंधित आवधिक शोर-गुल

Effects of noise pollution:-

1. Burst of eardrum

2. Irritability,

3. Headache,

4. Stress,

5. Anger

6. High blood pressure (HIGH BP)

7. Physical fatigue

8. Insomnia

9. According to a study by Scripps Institute of Oceanography, noise in the oceans has increased 10 times more than in the 1960s. Noise pollution levels in the oceans have been 10 to 12 decibels higher in 2003-04 than in 1964-1966.

ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव :-

1.   कान का पर्दा फटना

2.   चिडचिडापन,

3.   सिर दर्द,

4.   तनाव,

5.   क्रोध

6.   उच्च रक्तचाप (HIGH BP)

7.   शारीरिक थकान

8.   नींद न आना

9.   Scripps Institute of Oceanography के एक अध्ययन के अनुसार 1960 के दशक की तुलना में महासागरों में 10 गुणा ज्यादा शोर-गुल (Noisier) बढ़ गया है। महासागरों में ध्वनि प्रदूषण का स्तर 2003-04 में 1964-1966 की तुलना में 10 से 12 डेसीबल (Decibels) ऊंचा हो गया है।

Measures to prevent noise pollution:-

1. Making strict rules and laws and giving strict punishment for contempt.

2. To increase public awareness.

3. Increasing use of public vehicles.

4. Getting vehicles checked regularly.

5. Using silencers.

6. To entertain in a controlled voice in religious occasions, marriage etc.

7. Prohibiting pressure horns.

8. Planting trees on roadsides etc.

ध्वनि प्रदूषण की रोकथाम के उपाय :-

1.   सख्त नियम और कानून बनाना तथा अवमानना पर सख्त सजा देना।  

2.   जन जागरूकता को बढ़ाना।

3.   सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग बढ़ाना।  

4.   वाहनों की नियमित जाँच करवाना।  

5.   साइलेंसरों का प्रयोग करना।  

6.   धार्मिक अवसरों, शादी आदि में नियंत्रित आवाज में मनोरंजन करना।  

7.   प्रैशर हॉर्न पर रोक लगाना।  

8.   सड़कों किनारे वृक्ष लगाना आदि।

Que5.            Write an essay on the problem of urban waste disposal. OR Describe the major problems related to municipal waste disposal in India. OR In which river is Delhi's domestic and industrial waste dumped? नगरीय अपशिष्ट निपटान की समस्या पर निबन्ध लिखिए। अथवा भारत में नगरीय अपशिष्ट निपटान से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का वर्णन कीजिए। OR दिल्ली का घरेलू व औद्योगिक अपशिष्ट किस नदी में डाला जाता है ?

ANS.

Urban areas are highly populated. Due to the increasing population, the cleanliness system here is generally poor. Due to heaps of filth everywhere and polluted air, disposal of municipal waste has become a problem for every big metropolis like Delhi, Mumbai, Chennai, Kolkata, Bengaluru etc. and small cities and towns.

Piles of solid waste are piling up in cities. For example, a mountain of garbage has formed on Karnal Byepass of Delhi. Delhi's domestic and industrial waste is dumped into the Yamuna River.

Solid waste includes plastic items, polythene bags, waste paper, old furniture, CD, DVD etc., whereas wet waste includes greens and vegetable waste etc. generated after use in daily life.

नगरीय क्षेत्र अत्यधिक जनसंख्या वाले होते हैं। बढ़ती जनसंख्या के कारण यहाँ आमतौर पर साफ – सफाई की व्यवस्था लचर होती है। जगह – जगह गंदगी के ढेर और प्रदूषित वायु के कारण नगरीय अपशिष्ट का निपटान हर बड़े महानगर, जैसे – दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु आदि और छोटे शहर एवं कस्बों के लिए समस्या बन चूका है।

ठोस कचरे के ढेर का नगरों में अम्बार लगता जा रहा है। जैसे – दिल्ली के करनाल बाईंपास पर कूड़े का पहाड़ बन चूका है। दिल्ली का घरेलू व औद्योगिक अपशिष्ट यमुना नदी में डाला जाता है।

ठोस कचरे में प्लास्टिक का सामान, पोलिथीन की थैलियाँ, रद्दी कागज, पुराना फर्नीचर, CD, DVD आदि शामिल रहता है, जबकि गीले कचरे में दैनिक जीवन में उपयोग के बाद निकलने वाला साग – सब्जियों का कचरा आदि शामिल रहता है।

Major problems or effects related to municipal waste disposal:-

1. The smell of solid waste spreads far and wide.

2. A pile of filth becomes a refuge for flies, mosquitoes, rats, pigs and dogs.

3. The foul smell emanating from here becomes a threat to life and living beings.

4. Diseases like typhoid (intermittent fever), diphtheria, diarrhea and cholera spread.

5. Ground water also gets polluted.

नगरीय अपशिष्ट निपटान से जुड़ी प्रमुख समस्याएं या प्रभाव :-

1.   ठोस अपशिष्ट से दूर – दूर तक बदबू फैलती रहती है।

2.   गंदगी का ढेर मक्खियों, मच्छरों, चूहों, सूअरों व कुत्तों की शरण – स्थली बन जाता है।  

3.   यहाँ से उत्पन्न गंदी बदबू और जीव जीवन के लिए जोखिम बन जाते हैं।

4.   टाइफाइड (मियादी बुखार), गलघोटू (डिप्थीरिया), दस्त (डायरिया), हैजा जैसी बीमारियाँ फैलती हैं।

5.   भौम जल भी दूषित होता है।

Solution or disposal of major problems related to municipal waste disposal:-

1. The public should sort garbage before throwing it away.

2. Recycling should be promoted.

3. Research work should be done to generate thermal power etc. from waste.

4. Making organic fertilizer (compost) etc.

5. By spreading public awareness.

नगरीय अपशिष्ट निपटान से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का समाधान या निपटान :-

1.   जनता को कचरे को फैंकने से पहले छांट लेना चाहिए।  

2.   पुन: चक्रण को बढ़ावा देना चाहिए।  

3.   कचरे से ताप विद्युत आदि बनाने के लिए शोध कार्य करने चाहिए।  

4.   जैविक खाद (कंपोस्ट) आदि बनाना।

5.   जन जागरूकता फैलाकर।

 

 

Que6.            Daurala (Meerut) is an exemplary example of ecological restoration and human health. How? दौराला (मेरठ) में पारिस्थितिकी के पुनर्भरण और मानव स्वास्थ्य का एक अनुकरणीय उदाहरण है। कैसे ?

ANS. Daurala is a small town in Uttar Pradesh near Meerut. It is located in the north direction from Meerut city on Meerut - Khatauli - Muzaffarnagar National Highway 334, at a distance of 84 km from the National Capital Delhi. Around 12000 populations reside here. राजधानी दिल्ली (National Capital Delhi) से 84 km दूरी पर मेरठ – खतौली - मुजफ्फरनगर National Highway 334 पर मेरठ शहर से उत्तर दिशा में स्थित है। यहाँ 12000 के आस – पास जनसंख्या निवास करती है।



In the sixties (1960-70), many metallurgical and sugar industries started coming up here. As a result, problems like environmental pollution, contamination of drinking water, overcrowding, migration problems, declining quality of life etc. started increasing.

साठ के दशक (1960 – 70) में यहाँ अनेक धातुक्रम और चीनी आदि के अनेक उद्योग लगने लगे। परिणाम स्वरूप पर्यावरण प्रदूषण, पेयजल का दूषित होना, भीड़ – भाड, प्रवास की समस्या, जीवन की घटती गुणवत्ता जैसी समस्याएँ बढ़ने लगी।

These problems got the attention of a non-governmental organization (NGO). This organization started making the people there aware and made efforts for health. The organization used powerful arguments and authentic studies to convince industrial owners, government organizations, district administrations, and other environmental protection advocates.

इन समस्याओं को ओर एक गैर सरकारी संगठन (NGO - Non-governmental organizations) का ध्यान गया। इस संगठन ने वहाँ की जनता को जागरूक करना शुरू किया तथा स्वास्थ्य के लिए प्रयास किए। इस संगठन ने अपने शक्तिशाली तर्कों से और प्रमाणिक अध्ययनों से उद्योगों के मालिकों, सरकारी संगठनों, जिला प्रशासन, और अन्य पर्यावरण सुरक्षा के पक्षधरों को अपनी बात समझाई।

Due to public awareness, efforts of this organization and the help of the district administration, the residual water from the industries was collected through pipeline in a pond 900 m away from here and made reusable. Before this the silt of that pond was cleaned.

जनता की जागरूकता, इस संगठन के प्रयासों और जिला प्रशासन की मदद से उद्योगों के अवशिष्ट पानी का पाइपलाइन के द्वारा यहाँ से 900 m दूर एक तालाब में एकत्रित किया गया तथा पुन: उपयोग के योग्य बनाया गया। इससे पहले उस तालाब की गाद (Silt) को साफ किया गया।

Structures were built at various places to collect rain water. This reduced the contamination of ground water. More than 1000 trees were planted. These efforts gave a new life to 12000 people of Daurala.

जगह – जगह वर्षा जल संग्रहण के लिए संरचनाएं बनाई गई। इससे भू जल के संदूषण में कमी आई। 1000 से भी ज्यादा पेड़ लगाए गए। इन प्रयासों से दौराला के 12000 लोगों को एक नया जीवन मिला।


 

Que7.            What is called slum? Describe the problems of Dharavi – Asia's largest slum. OR Describe the problems of slums in India OR Describe the problems of slums in India. मलिन बस्ती किसे कहते हैं ? धारावी – एशिया की विशालतम मलिन बस्ती (स्लम) की समस्याओं का वर्णन कीजिए। अथवा भारत में गंदी बस्तियों की समस्याओं का वर्णन कीजिए OR भारत में मलिन बस्तियों की समस्याओं का वर्णन कीजिए।

ANS.

Illegally settled, overcrowded human settlements are called slums.

Dharavi (Mumbai), is the largest slum in Asia. There is one toilet for every 1440 persons.

अवैध रूप से बसी, गैर क़ानूनी, अत्यधिक भीड़ – भाड वाली मानव बस्तियाँ, गंदी बस्तियाँ कहलाती हैं।

धारावी (मुंबई), एशिया की सबसे बड़ी मलिन बस्ती है। यहाँ 1440 व्यक्तियों पर एक शौचालय है।

It is actually a part of the ocean which is a place filled with garbage. The streets here are so narrow that it is difficult for even a bicycle to pass through. There is only one road through this slum, misnamed ‘Ninety Foot Road’, which has been reduced to less than half its width. Buses pass only on the periphery of Dharavi. Here 10 to 12 people live in each room. There is no shade of trees in Dharavi because it is a treeless colony.

यह वास्तव में सागर का एक हिस्सा है जोकि कचरे से भरी गई जगह है। यहाँ गलियाँ इतनी तंग हैं कि साइकिल का भी गुजरना मुश्किल है। इस गंदी बस्ती से केवल एक ही सड़क जिसे ‘नाइन्टीफुट रोड’ के गलत नाम से जाना जाता है, जो अपनी चौड़ाई में घटकर आधे से भी कम रह गई है। बसें सिर्फ धारावी की परिधि से गुजरती हैं। यहाँ एक – एक कमरे में 10 से 12 लोग रहते हैं। धारावी में वृक्षों की छाया नहीं होती है, क्योंकि यह वृक्षरहित बस्ती है।

However, Dharavi has played an important role in making Mumbai wealthy. The most beautiful, valuable and useful products of the country are made here. Such as – pottery, brocade work, jewellery, wooden mosaic and furniture etc.

हालाँकि मुंबई को धनाढय बनानेमे धारावी की अहम भूमिका रही है। यहाँ देश के सर्वाधिक सुंदर, मूल्यवान और उपयोगी पदार्थ बनाए जाते हैं। जैसे – मिट्टी के बर्तन, जरी का काम, आभूषण, लकड़ी की पच्चीकारी तथा फर्नीचर आदि।


Dharavi

The common problems or characteristics of slums are as follows:-

1. These are illegal settlements situated on vacant land, private or public land.

2. In this, the owner of the land is not the land owner but he is in illegal possession of the land.

3. Housing conditions in these settlements are very low.

4. The streets here are very narrow.

5. The houses in these are kutcha and small.

6. There is lack of pure air, water, toilets etc. in these settlements.

7. There is a lot of crowd here.

8. Most of the low income people live here.

9. Dilapidated house

10. Anti-social problems like poverty, crime, alcoholism, drug trade, hooliganism etc.

11. Most of their residents are migrant population.

12. In India, these are known by the names unauthorized settlement, illegal settlement, slum and Jhuggi Jhopari etc.

 

They are known by the names Ranchos in Venezuela, Favelas in Brazil, Cavities / KEVTTIES in Myanmar and Shanty Towns in many other places.

Ranchos, Venezuela

Favelas in Brazil
Cavities / KEVTTIES in Myanmar

इसकी अथवा मलिन बस्तियों की सामान्य समस्याएँ या विशेषताएँ निम्नलिखित हैं :-

1.     ये खाली पड़ी जमीन, व्यक्तिगत अथवा सार्वजनिक जमीन पर बसी अवैध बस्तियाँ होती हैं।

2.     इसमें जमीन का मालिक भू स्वामी नहीं होता है बल्कि जमीन पर उनका गैर क़ानूनी कब्जा होता है।

3.     इन बस्तियों में आवासीय दशाएँ अत्यंत निम्न होती हैं।

4.     इनमें गलियाँ अत्यंत तंग होती हैं।

5.     इनमें मकान कच्चे, एवं छोटे होते हैं।

6.     इन बस्तियों में शुद्ध हवा, पानी, शौचालय आदि की कमी होती है।

7.     इनमें बहुत ज्यादा भीड़ भाड़ होती है।

8.     इनमें अधिकतर निम्न आय वाले लोग रहते हैं।

9.     जीर्ण – शीर्ण मकान

10.  गरीबी, अपराध, शराब, नशीली दवाओं के धंधे, गुंडागर्दी आदि असामाजिक समस्याएँ।   

11.  इनके अधिकतर निवासी प्रवासी जनसंख्या होती है।

12.  इनको भारत में अनाधिकृत बस्ती, अवैध बस्ती, मलिन बस्ती, गंदी बस्ती, झुग्गी झोपडी, स्लम आदि नामों से जाना जाता है

13.  इनको वेनेजुएला (Venezuela) में रान्चोज (RANCHOS), ब्राज़ील (Brazil) में फवेलाज (FAVELAS), म्यांमार (Myanmar) में केवेटिट्स (CAVITIES / KEVTTIES ) तथा अन्य कई जगह शैंटी टाउंस (Shanty Town) आदि नामों से जाना जाता है।

Map showing major SLUM area in World

Que8.            Why is Jhabua famous? झबुआ क्यों प्रसिद्ध हैं ?

ANS.

1. Reasons to improve the condition of the environment

2. Due to water management

1.   पर्यावरण की दशा सुधारने के कारण

2.   जल – प्रबंधन के कारण

Que9.            What is land degradation? Tell its reasons and its solutions. Or suggest measures to reduce land degradation. भू निम्नीकरण क्या है ? इसके कारण और इसके उपाय बताइए। अथवा भू - निम्नीकरण को कम करने के उपाय सुझाइए।

ANS.

Reduction in the production capacity of land or erosion of land is called land degradation. At present, 13 crore hectares of land in India, 56% of which is eroded by water, is degraded.

भूमि की उत्पादन क्षमता का कम हो जाना अथवा भूमि का अपरदित हो जाना, भू निम्नीकरण कहलाता है। भारत में इस समय 13 करोड़ हेक्टेयर भूमि, जिसका 56 % हिस्सा पानी द्वारा अपरदित है, निम्नीकृत है

Reasons for land degradation:-

1. Deforestation/Deforestation,

2. Excessive pastoralism,

3. Mining

4. Over-irrigation

5. Use of excessive fertilizers

6. Overuse of pesticides

7. Heavy rain

8. Soil erosion

भू – निम्नीकरण के कारण :-

1.   वनोंमूलन/वन कटाई,

2.   अति पशुचारण,

3.   खनन

4.   अति सिंचाई

5.   अत्यधिक उर्वरकों का प्रयोग

6.   कीटनाशकों का अति उपयोग

7.  तीव्र वर्षा

8.  मृदा अपरदन

Mining is the main cause of land degradation in Jharkhand, Chhattisgarh, MP, Odisha and Maharashtra etc. Animal grazing is the main cause of land degradation in Gujarat, Rajasthan, MP, and Maharashtra etc. The main reasons for land degradation in Punjab, Haryana and Western Uttar Pradesh are over-irrigation, water logging, fertilizers and pesticides etc.

झारखंड, छत्तीसगढ़, MP, ओडिशा और महाराष्ट्र आदि में भू – निम्नीकरण का मुख्य कारण खनन है। गुजरात, राजस्थान, MP, और महाराष्ट्र आदि में भू – निम्नीकरण का मुख्य कारण पशुचारण है। पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भू – निम्नीकरण का मुख्य कारण अति सिंचाई, जल भराव, उर्वरक व कीटनाशक आदि है।

Main measures to prevent soil degradation:-

1. Planting forests,

2. Managing pastureland,

3. Installing shelter belts for trees,

4. To control animal grazing,

5. Planting thorny bushes on sandy dunes,

6. To control mining,

7. Using green and organic fertilizers,

8. To manage irrigation,

9. Purifying water,

10. To manage barren lands.

भू – निम्नीकरण को रोकने के मुख्य उपाय :-

1.   वन रोपण करना,

2.   चरागाह का प्रबंधन करना,

3.   पेड़ों की रक्षक मेखला (शेल्टर बेल्ट) लगाना,

4.   पशुचारण पर नियंत्रण करना,

5.   रेतीले टीलों पर काँटेदार झाड़ियाँ लगाना,

6.   खनन नियंत्रण करना,

7.   हरी एवं जैविक खादों का प्रयोग करना,

8.   सिंचाई प्रबंधन करना,

9.   जल का शुद्धिकरण करना,

10.               बंजर भूमि का प्रबंधन करना।

Que 10 Choose the correct answer from the four options given below:-

(i) Which of the following river is highly polluted river? (i) निम्नलिखित में से सर्वाधिक प्रदूषित नदी कौन - सी है ?

(a) Brahmaputra River (b) Sutlej River (c) Yamuna River (d) Godavari River

() ब्रह्मपुत्र नदी () सतलुज नदी () यमुना नदी () गोदावरी नदी

ANS. (c) Yamuna River () यमुना नदी 

(ii) Which one of the following diseases is caused by water pollution? (ii) निम्नलिखित में से कौन - सा रोग जल जन्य है ?

(a) Conjunctivitis (b) Diarrhea (c) Noise pollution (d) Air pollution

() नेत्रश्लेष्मला शोथ () अतिसार () शोर प्रदूषण () वायु प्रदूषण

ANS. (b) diarrhea () अतिसार

(iii) Which one of the following is the cause of acid rain? (iii) निम्नलिखित में से कौन - सा अम्ल वर्षा का एक कारण है ?

(a) Water pollution (b) Land pollution (c) Noise pollution (d) Air pollution

() जल प्रदूषण () भूमि प्रदूषण () शोर प्रदूषण () वायु प्रदूषण

ANS. (d) air pollution () वायु प्रदूषण

(iv) Push and pull factors are responsible for - (iv) प्रतिकर्ष और अपकर्ष कारक उत्तरदायी हैं -

(a) Migration (b) Land degradation (c) Slums (d) Air pollution

() प्रवास के लिए () भू - निम्नीकरण के लिए () गंदी बस्तियों के लिए () वायु प्रदूषण के लिए

ANS. (a) Migration () प्रवास के लिए

Jhabua, Madhya Pradesh

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