Que. 82 मृदा या मिट्टी किसे कहते हैं ?
मृदा या मिट्टी, भूमि / भूपृष्ट की सबसे ऊपरी असंगठित परत होती है जो पेड़ – पोधों की वृद्धि के लिये पोषक तत्व प्रदान करती है।
मृदा या मिट्टी, भूमि / भूपृष्ट की सबसे ऊपरी असंगठित परत होती है जो पेड़ – पोधों की वृद्धि के लिये पोषक तत्व प्रदान करती है।
Que. 83 मृदा या मिट्टी निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक कौन – से हैं ?
धरातल/उच्चावच,
जनक शैल अथवा संस्तर शैल,
जलवायु,
वनस्पति,
जैव पदार्थ,
समय,
तापमान,
बहता हुआ जल,
वायु,
हिमनदी,
अपघटन क्रियाएँ,
जैविक व रासायनिक परिवर्तन
जनक शैल अथवा संस्तर शैल,
जलवायु,
वनस्पति,
जैव पदार्थ,
समय,
तापमान,
बहता हुआ जल,
वायु,
हिमनदी,
अपघटन क्रियाएँ,
जैविक व रासायनिक परिवर्तन
Que. 84 मृदा या मिट्टी निर्माण की प्रक्रिया को निर्धारित करने वाले तत्व कौन – से हैं ?
मृदा का रंग,
मृदा की गहराई,
शैलों का गठन,
शैलों की आयु,
शैलों के रासायनिक व भौतिक गुण
मृदा की गहराई,
शैलों का गठन,
शैलों की आयु,
शैलों के रासायनिक व भौतिक गुण
Que. 85 मृदा या मिट्टी के वर्गीकरण के आधार क्या हैं ?
रंग के आधार पर,
कणों की मोटाई के आधार पर,
उपजाऊपन के आधार पर
कणों की मोटाई के आधार पर,
उपजाऊपन के आधार पर
Que. 86 मृदा या मिट्टी का रंग के आधार पर वर्गीकरण कीजिए।
भूरी मिट्टी (जलोढ़ मृदा),
काली मिट्टी (रेगड मृदा),
लाल मिट्टी (लैटराइट मृदा),
पीली मिट्टी (मरुस्थली या बलुई मृदा)
काली मिट्टी (रेगड मृदा),
लाल मिट्टी (लैटराइट मृदा),
पीली मिट्टी (मरुस्थली या बलुई मृदा)
Que. 87 “मेढ पर पेड़” कार्यक्रम किस योजना का हिस्सा है ?
राष्ट्रीय वन नीति (2016-17)
राष्ट्रीय वन नीति (2016-17)
Que. 88 मृदा या मिट्टी का कणों के आधार पर वर्गीकरण कीजिए।
महीन कणों वाली मृदा (चिकनी / काली मृदा),
मध्यम कणों वाली (काँप / जलोढ़ मृदा),
मोटे या बड़े कणों वाली मृदा (बलुई मृदा)
मध्यम कणों वाली (काँप / जलोढ़ मृदा),
मोटे या बड़े कणों वाली मृदा (बलुई मृदा)
Que. 89 मृदा या मिट्टी का उपजाऊपन के आधार पर वर्गीकरण कीजिए।
अनउपजाऊ मृदा (पहाड़ी मृदा),
उपजाऊ मृदा (जलोढ़ मृदा),
अति उपजाऊ मृदा (नवीनतम जलोढ़ या डेल्टाई मृदा)
उपजाऊ मृदा (जलोढ़ मृदा),
अति उपजाऊ मृदा (नवीनतम जलोढ़ या डेल्टाई मृदा)
Que. 90 जलोढ़ मृदा की विशेषता बताइए।
1) इसे काँप मृदा भी कहते हैं।
2) इसका निर्माण नदियों द्वारा होता है।
3) आयु के आधार पर यह बांगर (पुरानी जलोढ़ )तथा खादर (नई जलोढ़ ) कहलाती है।
4) इसका रंग भूरा होता है।
5) यह उपजाऊ मृदा होती है।
6) इसमें कण मध्यम आकार के होते हैं।
7) यह पोटाश, फास्फोरस व चुनायुक्त होती है।
8) इसमें गन्ना, गेहूँ, चावल, दलहन जैसी फसल होती हैं।
9) यह उत्तरी मैदानों एवं तटीय प्रदेशों में मिलती है।
1) इसे काँप मृदा भी कहते हैं।
2) इसका निर्माण नदियों द्वारा होता है।
3) आयु के आधार पर यह बांगर (पुरानी जलोढ़ )तथा खादर (नई जलोढ़ ) कहलाती है।
4) इसका रंग भूरा होता है।
5) यह उपजाऊ मृदा होती है।
6) इसमें कण मध्यम आकार के होते हैं।
7) यह पोटाश, फास्फोरस व चुनायुक्त होती है।
8) इसमें गन्ना, गेहूँ, चावल, दलहन जैसी फसल होती हैं।
9) यह उत्तरी मैदानों एवं तटीय प्रदेशों में मिलती है।
Que. 91 काली मृदा की विशेषता बताइए।
1) इसे रेगड़ मृदा भी कहते हैं।
2) इसका निर्माण बेसाल्ट लावा द्वारा होता है।
3) यह भीगने पर चिपचिपी तथा सूखने पर इसमें दरारें पड़ जाती है।
4) इसका रंग काला होता है।
5) यह उपजाऊ मृदा होती है।
6) इसमें कण महीन आकार के होते हैं।
7) इसमें पोटाश, कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम व चुनायुक्त होती है जबकि इसमें फास्फोरस की कमी होती है।
8) इसमें कपास, गन्ना, गेहूँ, जैसी फसल होती हैं।
9) यह महाराष्ट्र, मध्य – प्रदेश, गुजरात राज्यों में मिलती है।
1) इसे रेगड़ मृदा भी कहते हैं।
2) इसका निर्माण बेसाल्ट लावा द्वारा होता है।
3) यह भीगने पर चिपचिपी तथा सूखने पर इसमें दरारें पड़ जाती है।
4) इसका रंग काला होता है।
5) यह उपजाऊ मृदा होती है।
6) इसमें कण महीन आकार के होते हैं।
7) इसमें पोटाश, कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम व चुनायुक्त होती है जबकि इसमें फास्फोरस की कमी होती है।
8) इसमें कपास, गन्ना, गेहूँ, जैसी फसल होती हैं।
9) यह महाराष्ट्र, मध्य – प्रदेश, गुजरात राज्यों में मिलती है।
Que. 92 लाल –पीली मृदा की विशेषता बताइए।
1) इसका निर्माण जलयोजन द्वारा रवेदार आग्नेय चट्टानों से होता है।
2) इसका रंग लाल व पीला होता है।
3) यह कम उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण मोटे आकार के होते हैं।
5) यह लौह धातुयुक्त होती है जबकि इसमें जैविक पदार्थो एवं नाइट्रोजन की कमी होती है।
6) इसमें मोटे अनाज जैसे ज्वार,बाजरा आदि फसल होती हैं।
7) यह उड़ीसा,तेलंगाना, छत्तीसगढ़,नीलगिरि की पहाड़ियाँ एवं छोटा नागपुर पठार में मिलती है।
1) इसका निर्माण जलयोजन द्वारा रवेदार आग्नेय चट्टानों से होता है।
2) इसका रंग लाल व पीला होता है।
3) यह कम उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण मोटे आकार के होते हैं।
5) यह लौह धातुयुक्त होती है जबकि इसमें जैविक पदार्थो एवं नाइट्रोजन की कमी होती है।
6) इसमें मोटे अनाज जैसे ज्वार,बाजरा आदि फसल होती हैं।
7) यह उड़ीसा,तेलंगाना, छत्तीसगढ़,नीलगिरि की पहाड़ियाँ एवं छोटा नागपुर पठार में मिलती है।
Que. 93 लैटराइट मृदा की विशेषता बताइए।
1) इसका निर्माण उच्च तापमान व अत्याधिक वर्षा वाले क्षेत्र में निक्षालन प्रक्रिया से होता है।
2) इसका रंग लाल होता है।
3) यह कम उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण मोटे आकार के होते हैं।
5) इसमें जैविक पदार्थो एवं ह्यूमस की कमी होती है।
6) इसमें काजू की होती हैं।
7) यह उड़ीसा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश तथा असम में मिलती है।
8) लैटराइट शब्द ग्रीक भाषा के लेटर (ईट) से बना है।
1) इसका निर्माण उच्च तापमान व अत्याधिक वर्षा वाले क्षेत्र में निक्षालन प्रक्रिया से होता है।
2) इसका रंग लाल होता है।
3) यह कम उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण मोटे आकार के होते हैं।
5) इसमें जैविक पदार्थो एवं ह्यूमस की कमी होती है।
6) इसमें काजू की होती हैं।
7) यह उड़ीसा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश तथा असम में मिलती है।
8) लैटराइट शब्द ग्रीक भाषा के लेटर (ईट) से बना है।
Que. 94 मरुस्थली या बलुई मृदा की विशेषता बताइए।
1) इसका निर्माण शुष्क जलवायु वाले क्षेत्र में होता है।
2) इसका रंग पीला होता है।
3) यह कम उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण मोटे आकार के होते हैं।
5 ) इसमें जैविक पदार्थो एवं ह्यूमस की कमी होती है।
6 ) इसमें ज्वार, बाजरा व मूंगफली की फसल होती हैं।
7 ) यह राजस्थान तथा दक्षिण हरियाणा में मिलती है।
1) इसका निर्माण शुष्क जलवायु वाले क्षेत्र में होता है।
2) इसका रंग पीला होता है।
3) यह कम उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण मोटे आकार के होते हैं।
5 ) इसमें जैविक पदार्थो एवं ह्यूमस की कमी होती है।
6 ) इसमें ज्वार, बाजरा व मूंगफली की फसल होती हैं।
7 ) यह राजस्थान तथा दक्षिण हरियाणा में मिलती है।
Que. 95 डेल्टाई मृदा की विशेषता बताइए।
1) इसका निर्माण नदी निक्षेपण क्रिया द्वारा डेल्टा वाले क्षेत्र में होता है।
2) इसका रंग भूरा होता है।
3) यह अति उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण महीन आकार के होते हैं।
5) इसमें जैविक पदार्थो एवं ह्यूमस भरपूर होती है।
6) इसमें पटसन / JUTE की फसल होती हैं।
7) यह डेल्टाओं पर मिलती है, जैसे – गंगा डेल्टा, महानदी, कृष्णा, गोदावरी, कावेरी नदियों के डेल्टा आदि में।
1) इसका निर्माण नदी निक्षेपण क्रिया द्वारा डेल्टा वाले क्षेत्र में होता है।
2) इसका रंग भूरा होता है।
3) यह अति उपजाऊ मृदा होती है।
4) इसमें कण महीन आकार के होते हैं।
5) इसमें जैविक पदार्थो एवं ह्यूमस भरपूर होती है।
6) इसमें पटसन / JUTE की फसल होती हैं।
7) यह डेल्टाओं पर मिलती है, जैसे – गंगा डेल्टा, महानदी, कृष्णा, गोदावरी, कावेरी नदियों के डेल्टा आदि में।
Que. 96 मृदा अपरदन किसे कहते हैं ?
मृदा या मिट्टी की ऊपरी परत का कट जाना तथा बह जाना मृदा अपरदन कहलाता है।
मृदा या मिट्टी की ऊपरी परत का कट जाना तथा बह जाना मृदा अपरदन कहलाता है।
मृदा अपरदन के मुख्य कारक कौन – से हैं ?
बहता हुआ जल,
तेज वायु,
हिमनदी,
समुद्री लहरें
बहता हुआ जल,
तेज वायु,
हिमनदी,
समुद्री लहरें
Que. 97 मृदा अपरदन के प्रकार कितने हैं ?
2 (अवनालिका अपरदन तथा परतदार अपरदन)
2 (अवनालिका अपरदन तथा परतदार अपरदन)
Que. 98 अवनालिका अपरदन किसे कहते हैं ?
जब बहते हुए जल (वर्षा या नदी का जल) के द्वारा मिट्टी का नालीदार अपरदन किया जाता है।
जब बहते हुए जल (वर्षा या नदी का जल) के द्वारा मिट्टी का नालीदार अपरदन किया जाता है।
Que. 99 परतदार अपरदन किसे कहते हैं ?
जब तेज हवा, शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क क्षेत्रों में अपने साथ मिट्टी की ऊपरी परत को उड़ा ले जाती है।
जब तेज हवा, शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क क्षेत्रों में अपने साथ मिट्टी की ऊपरी परत को उड़ा ले जाती है।
Que. 100 मृदा अपरदन के कारण बताइए।
वनों की कटाई,
अत्यधिक पशुचारण,
खनन,
अवैज्ञानिक ढंग से खेती करना,
बहता हुआ जल,
तेज वर्षा
अत्यधिक पशुचारण,
खनन,
अवैज्ञानिक ढंग से खेती करना,
बहता हुआ जल,
तेज वर्षा
Que. 101 मृदा अपरदन को रोकने के उपाय बताइए।
वनों की कटाई पर रोक लगाना,
वृक्षारोपण करना,
पशुचारण पर नियंत्रण,
खनन करते समय प्रकृति संतुलन का ध्यान रखना चाहिए,
वैज्ञानिक ढंग से खेती करना,
श्स्यावर्तन या फसल चक्र अपनाना,
बांध बनाना,
मेढबन्दी करना,
पेड़ों की रक्षक मेखला लगाना,
पट्टी कृषि (STRIP FARMING) करना,
पहाड़ों पर सीढ़ीनुमा खेत बनाना।
वृक्षारोपण करना,
पशुचारण पर नियंत्रण,
खनन करते समय प्रकृति संतुलन का ध्यान रखना चाहिए,
वैज्ञानिक ढंग से खेती करना,
श्स्यावर्तन या फसल चक्र अपनाना,
बांध बनाना,
मेढबन्दी करना,
पेड़ों की रक्षक मेखला लगाना,
पट्टी कृषि (STRIP FARMING) करना,
पहाड़ों पर सीढ़ीनुमा खेत बनाना।
Que. 102 उत्खात भूमि (BAD LAND) या खडड भूमि (RAVINE LAND) किसे कहते हैं ?
बहता हुआ जल, मिट्टी को काँट – काँट कर गहरी अवनालिकाएं या वाहिकाएँ बना देता है I ऐसी भूमि जोतने योग्य नहीं रहती, जिसे उत्खात भूमि (BAD LAND) कहते हैं।
चम्बल बेसिन में ऐसी भूमि को खडड भूमि (RAVINE LAND) कहते हैं। यह क्षेत्र भारत में चम्बल के बीहड़ के नाम से प्रसिद्ध है।
बहता हुआ जल, मिट्टी को काँट – काँट कर गहरी अवनालिकाएं या वाहिकाएँ बना देता है I ऐसी भूमि जोतने योग्य नहीं रहती, जिसे उत्खात भूमि (BAD LAND) कहते हैं।
चम्बल बेसिन में ऐसी भूमि को खडड भूमि (RAVINE LAND) कहते हैं। यह क्षेत्र भारत में चम्बल के बीहड़ के नाम से प्रसिद्ध है।
Que. 103 प्रौद्योगिकी और आर्थिक विकास के कारण संसाधनों का अधिक उपयोग कैसे हुआ ?
1) प्रौद्योगिकी से सघन क्षेत्र का मानचित्रण एवं आंकलन सम्भव हुआ
2) वास्तव में प्रौद्योगिकी और आर्थिक विकास एक – दूसरे से जुड़े हैं
3) प्रौद्योगिकी और आर्थिक विकास (पैसों) से उपकरण खरीदना एवं बनाना आसान हो गया
4) जैसे – जैसे आर्थिक स्तर बढ़ता है, वैसे – वैसे तकनीकी बढती है
1) प्रौद्योगिकी से सघन क्षेत्र का मानचित्रण एवं आंकलन सम्भव हुआ
2) वास्तव में प्रौद्योगिकी और आर्थिक विकास एक – दूसरे से जुड़े हैं
3) प्रौद्योगिकी और आर्थिक विकास (पैसों) से उपकरण खरीदना एवं बनाना आसान हो गया
4) जैसे – जैसे आर्थिक स्तर बढ़ता है, वैसे – वैसे तकनीकी बढती है
Que. 104 मृदा –परिच्छेदिका (SOIL PROFILE) किसे कहते हैं ?
मिट्टी की उर्ध्वाधर (ऊपर से नीचे की ओर) परतें मृदा –परिच्छेदिका (SOIL PROFILE) कहलाती है।
मिट्टी की उर्ध्वाधर (ऊपर से नीचे की ओर) परतें मृदा –परिच्छेदिका (SOIL PROFILE) कहलाती है।
Que. 105 भूमि, जल, वनस्पति और खनिजों के रूप में प्राकृतिक सम्पदा क्या है ?
संसाधन
संसाधन
Que. 106 चो किसे कहते हैं ?
पंजाब के होशियारपुर जिले में नदियों के बीच छोटे – छोटे मैदानी भागों में नदी जलोढ़ निक्षेपों को ‘चो’ कहते हैं।
पंजाब के होशियारपुर जिले में नदियों के बीच छोटे – छोटे मैदानी भागों में नदी जलोढ़ निक्षेपों को ‘चो’ कहते हैं।
Que. 107 उच्च नमी रखरखाव क्षमता वाली मृदा कौन – सी है ?
काली मृदा
काली मृदा
Que. 108 मृदा अपरदन की रोकथाम के लिये बृहत स्तर पर पेड़ लगाना क्या कहलाता है ?
वनीकरण
वनीकरण
Que. 109 मानसून जलवायु में अत्यधिक निक्षसालित मृदा कौन – सी है ?
लैटराइट मृदा
लैटराइट मृदा
Que. 110 भारत के विशाल मैदान कौन – सी मृदा से बने हैं ?
जलोढ़ मृदा से
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जल है तो कल है। जल ही जीवन है।
जलोढ़ मृदा से
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