इजरायल क्यों बनाना चाहता है बेन गुरियन नहर? इससे स्वेज नहर, मिस्र, चीन और अमेरिका पर क्या पड़ेगा असर?
इजरायल जल्द ही मिस्र की स्वेज नहर के विकल्प के रूप में एक महत्वकांक्षी बेन गुरियन नहर प्रोजेक्ट शुरू करने वाला है। यह नहर मालवाहक जहाजों को भूमध्य सागर से अकाबा की खाड़ी के माध्यम से लाल सागर और अरब सागर से जोड़ेगी। बेन गुरियन नहर की अवधारणा 1963 में पेश की गई थी। इसके तहत नेगेव रेगिस्तान के माध्यम से 260-300 किलोमीटर लंबे कृत्रिम जलमार्ग की कल्पना की है, जो भूमध्य सागर को अकाबा की खाड़ी और लाल सागर से जोड़ेगा। नहर के प्रस्तावित मार्ग के मानचित्र में मध्य गाजा पट्टी भी शामिल है। यह नहर गाजा से ही शुरू होकर अकाबा की खाड़ी में मिलेगी। जहां से मालवाहक जहाज आसानी से लाल सागर होते हुए अरब सागर और आगे का रास्ता तय कर सकते हैं। इस नहर के एक छोर पर मिस्र और दूसरे छोर पर सऊदी अरब है।
आखिर इजरायल स्वेज नहर के विकल्प के रूप में बेन गुरियन नहर को क्यों तैयार करना चाहता है?
विशेषज्ञों का माना है कि गाजा में 15 महीने पुराना युद्ध सिर्फ इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच अस्तित्व का संघर्ष नहीं है, बल्कि अमेरिका और उसके विरोधियों, खास तौर पर चीन के बीच वैश्विक भू-आर्थिक युद्ध है। ऐसे में इजरायल और अमेरिका एक ऐसा वैकल्पिक नहर बनाना चाहते हैं, जिस पर मध्य पूर्व के देशों का नियंत्रण न हो।
बेन गुरियन नहर क्यों खास होगी ?
इस परियोजना में बड़े जहाजों को समायोजित करने के लिए दो लेन (प्रत्येक 50 मीटर गहरी और 200 मीटर चौड़ी) की कल्पना की गई है। तुलना करें तो स्वेज में एक लेन है, जिसका मतलब है कि अगर यह जाम हो जाए तो बहुत ज्यादा देरी होगी। 2021 में एवर गिवेन कंटेनर जहाज के फंसने से 9.6 बिलियन डॉलर का माल 6 दिनों तक फंसा रहा। ऐसे में इजरायल के प्रस्तावित जलमार्ग में विलक्षण निर्माण कार्य हुए हैं - जिसमें टॉर सीक्रेट प्रोजेक्ट प्लॉशेयर कार्यक्रम के तहत 520 दो-मेगाटन परमाणु बम (कुल 1 गीगाटन से ज़्यादा) विस्फोट करने की 1960 के दशक की लॉरेंस लिवरमोर लैब्स की 'परमाणु उत्खनन' योजना भी शामिल है।
बेन गुरियन नहर बनाने में मुश्किलें क्या हैं?
इजरायल के बेन गुरियन नहर परियोजना में कई परेशानियां भी हैं। इसमें सबसे बड़ी परेशानी बजट की है। ऐसा माना जा रहा है कि इस नहर को बनाने में अरबों डॉलर खर्च होंगे। इसे अकेले इजरायल के लिए संभालना मुश्किल होगा। इसके अलावा सुरक्षा संबंधी परेशानियां भी बहुत ज्यादा हैं। इसके एक छोर पर हूती विद्रोहियों का इलाका है, जो सस्ते ड्रोन से इस नहर से गुजरने वाले जहाजों को आसानी से निशाना बना सकते हैं। वहीं, गाजा में भी हमास और इस्लामिक जिहाद जैसे गुट नहर की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं।
बेन गुरियन नहर से इजरायल को क्या लाभ हैं?
बेन गुरियन नहर से इजरायल और अमेरिका को दीर्घकालिक रणनीतिक लाभ मिल सकता है। वे स्वेज़ से होकर गुजरने वाले 12% शिपिंग का हिस्सा हथिया सकते हैं, जो भागीदारों और दूसरे सहयोगियों को सस्ते में पारगमन की सुविधा देकर चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को भी चोट पहुंचा सकते हैं। चीन का बीआरआई प्रोजेक्ट काफी हद तक मिस्र के स्वेज नहर पर निर्भर है।
Ben Gurion Canal |
Israel is soon going to start an ambitious Ben Gurion Canal project as an alternative to Egypt's Suez Canal. This canal will connect cargo ships from the Mediterranean Sea to the Red Sea and the Arabian Sea via the Gulf of Aqaba. The concept of the Ben Gurion Canal was introduced in 1963. Under this, a 260-300 km long artificial waterway through the Negev desert has been envisioned, which will connect the Mediterranean Sea to the Gulf of Aqaba and the Red Sea. The map of the proposed route of the canal also includes the central Gaza Strip. This canal will start from Gaza and meet in the Gulf of Aqaba. From where cargo ships can easily travel through the Red Sea to the Arabian Sea and further. Egypt is at one end of this canal and Saudi Arabia at the other end.
Why does Israel want to prepare the Ben Gurion Canal as an alternative to the Suez Canal?
Experts believe that the 15-month-old war in Gaza is not just a struggle for survival between Israel and the Palestinians, but a global geo-economic war between the US and its opponents, especially China. In such a situation, Israel and the US want to build an alternative canal that is not controlled by the Middle East countries.
Why will the Ben Gurion Canal be special?
The project envisions two lanes (each 50 meters deep and 200 meters wide) to accommodate large ships. In comparison, the Suez has one lane, which means that if it gets jammed, there will be huge delays. In 2021, goods worth $9.6 billion were stuck for 6 days due to the Ever Given container ship getting stuck. In such a situation, there have been extraordinary construction works in Israel's proposed waterway - including Lawrence Livermore Labs' 'nuclear excavation' plan of the 1960s to explode 520 two-megaton nuclear bombs (over 1 gigaton in total) under Tor's secret Project Plowshare program.
What are the difficulties in building the Ben Gurion Canal?
There are many problems in Israel's Ben Gurion Canal project. The biggest problem in this is the budget. It is believed that billions of dollars will be spent to build this canal. It will be difficult for Israel alone to handle it. Apart from this, there are many security related problems. On one end of it is the area of Houthi rebels, who can easily target the ships passing through this canal with cheap drones. At the same time, groups like Hamas and Islamic Jihad in Gaza can also pose a threat to the security of the canal.
What are the benefits of Ben Gurion Canal to Israel?
Ben Gurion Canal can provide long-term strategic benefits to Israel and America. They could grab a share of 12% of shipping that passes through the Suez, which could also hurt China's Belt and Road Initiative by providing cheaper transit to partners and other allies. China's BRI project is heavily dependent on Egypt's Suez Canal.