Indian Judiciary System (भारत में न्याय देर से मिलता है, लेकिन मिलता जरूर है) की ये कहानी पढ़िए जिसमें अवैध सम्बन्धों, सबूत मिटाने, प्रशासनिक जिम्मेवारियों एवम दबावों, धर्म की आढ़ में होने वाली अनैतिकता, लालच में न बिकने वाले एक पिता तथा एक निर्दोष युवा बहन की हत्या होने और कानून वयवस्था के माध्यम से नार्को टेस्ट एवं सबूतों के द्वारा किस प्रकार 28 साल बाद असली दोषियों को उम्र कैद हुई, के बारे में आप जान पायेंगे। (साथ ही आप पंक्ति पढ़ते समय कल्पना करिए कि अगर वहां स्थिति बदलती तो ये रिजल्ट भी सामने नहीं आता)
Indian Judiciary System (भारत में न्याय देर से मिलता है, लेकिन मिलता जरूर है) की ये कहानी पढ़िए जिसमें अवैध सम्बन्धों, सबूत मिटाने, प्रशासनिक जिम्मेवारियों एवम दबावों, धर्म की आढ़ में होने वाली अनैतिकता, लालच में न बिकने वाले एक पिता तथा एक निर्दोष युवा बहन की हत्या होने और कानून वयवस्था के माध्यम से नार्को टेस्ट एवं सबूतों के द्वारा किस प्रकार 28 साल बाद असली दोषियों को उम्र कैद हुई, के बारे में आप जान पायेंगे। (साथ ही आप पंक्ति पढ़ते समय कल्पना करिए कि अगर वहां स्थिति बदलती तो ये रिजल्ट भी सामने नहीं आता)