Skip to main content

State Wise Folk Dance (लोक नृत्य)


1.        गढ़वाली किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? उत्तराखंड
2.        धमान किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? हिमाचल
3.        भांगड़ा किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? पंजाब
4.        घूमर किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? राजस्थान
5.        गरबा किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? गुजरात
6.        मंडी किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? गोवा
7.        यक्ष ज्ञान किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? कर्नाटक
8.        कथकली किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ?  केरल
9.        भरतनाट्यम  किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? तमिलनाडु
10.     कुचिपुडी किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? आंध्रप्रदेश
11.     ओड़िसी किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? उड़ीसा
12.     काठी  किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? पश्चिम बंगाल
13.     गाडी किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? छत्तीसगढ़
14.     रासलीला किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? उत्तर प्रदेश
15.     छऊ किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? झारखण्ड
16.     बिहू किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? असम
17.     लाहो किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? मेघालय
18.     मुखोटा किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? अरुणाचल प्रदेश
19.     चोंग किस राज्य का लोक नृत्य (Folk Dance) है ? नागालैंड



Indian Folk Dance list State Wise in Hindi
भारतीय लोक नृत्य के नाम की सूचि राज्यों के अनुसार
Bihar (बिहार) के लोक नृत्य
जट-जटिन:- जट जटिन उत्तर बिहार का एक लोक नृत्य है| यह मिथला और कोशी क्षेत्र में देखने को मिलता है| यह एक युगल (Couple) नृत्य है|
इस नृत्य का मूल विषय जट जटिन की प्रेम कहानी है| लेकिन आज कल इस नृत्य के माध्यम से सामाजिक विषय जैसे गरीबी, प्यार, दुःख को भी व्यक्त किया जा रहा है|
यह नृत्य मानसून के मौसम में चांदनी रात में किया जाता है| इस नृत्य में 2 समूह में लड़कियां होती हैं|
नृत्य शुरू करने से पहले यक्ष और बारिश को नमन किया जाता है|
किर्तनिया:- किर्तनिया मिथिलांचल बिहार का पारंपरिक लोक नृत्य है| नृत्य प्रस्तुति के प्रारंभ में प्रस्तावना, वंदना और अंत में मंगल गायन गया जाता हैं
सामा चकेवा:- यह मिथिला बिहार का प्रमुख नृत्य है, इसे औरतें और लडकिय अपने भाइयों के हित के लिए कार्तिक मास में करती हैं|
जात्रा:- जात्रा बिहार में रहने वाली जात्रा जन जाती का लोक नृत्य है| इस जन जाती का मूल निकास नेपाल से है|
घुमकड़िया:- 
विदेशिया:- यह नृत्य भोजपुरी भाषा में किया जाना वाला नृत्य है| यह नृत्य बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक प्रशिद्ध है और इसमें समाज की बुराइयों को नृत्य के माध्यम से बताया जाता है|
इसके अलावा भी बिहार में बहुत से लोक नृत्य हैं यहाँ कुछ प्रमुख नृत्यों के बारे में ही चर्चा की है| ज्यादा जानकारी के लिया आप यह आर्टिकल पढ़ लें| – बिहार के प्रमुख लोक नृत्य सम्पूर्ण जानकारी
Paschim Bengal (पश्चिम बंगाल) के लोक नृत्य (Folk Dance)
काठी:- यह पश्चिम बंगाल में रहने वाली जन जाती का लोक नृत्य है| यह नृत्य केवल आदमियों के द्वारा ही किया जाता है क्योंकि इसमें एयरोबेटिक्स की मूवमेंट होती हैं|
पश्चिम बंगाल के बीरभूम क्षेत्र के बोरिस और डोम्स एरिया में यह डांस ज्यादा प्रचलित है| इस नृत्य में प्रमुख देवी दुर्गा माता है
गम्भीरा:- गंभीरा लोक नृत्य पश्चिम बंगाल के मालदा जिले का प्रमुख नृत्य है| इसमें दो व्यक्ति होते हैं एक पोते और दूसरा दादा का किरदार निभाता है| यह लोक नृत्य सूत्रधार समुदाय के द्वारा किया जाता है
ढाली:-
जात्रा:-
बाउल:- बाउल पश्चिम बंगाल का एक प्रमुक लोक नृत्य और गायन है| यह प्रमुक रूप से सिधाचार्य द्वारा लिखे गए लोक गीतों के आधार पर किया जाता है| इस लोक नृत्य में हिंदुत्व के अलावा बुद्धिज़्म और इस्लाम का भी समावेश मिलता है|
छऊ:- छाऊ के क्लासिकल (शास्त्रीय) नृत्य है| इस नृत्य का मूल प्रारंभ भारत के ओडिशा राज्य में हुआ था| यह तीन राज्यों बंगाल झारखण्ड और ओडिशा में किया जाता है| बंगाल में यह पुरुलिया छाऊ और झारखण्ड में seraikella छाऊ और ओड़िसा में मयूरभंज छाऊ के नाम से जाना जाता है
मरसिया:- 
कीर्तन:-
रामभेसे:-
Meghayala (मेघालय) के लोक नृत्य
लाहो:- लाहो डांस मेघालय का प्रमुख लोक नृत्य है| यह नृत्य स्त्री और पुरुष के द्वारा रंग बिरंगे कपड़ों में क्या जाता है| इस नृत्य में कोई भी संगीत इंस्ट्रूमेंट प्रयोग नहीं किया जाता है| एक पुरुष अपने ,मुह से ही दोहे बोलता है और धुन बजाता है
बांग्ला:- वांगला मेघालय का प्रमुख लोक नृत्य है इसे 100 ड्रम फेस्टिवल भी कहा जाता है| वंगला लोक नृत्य सबसे पहले 6 दिसंबर 1976 असनंग में किया गया था
Manipur (मणिपुर) के लोक नृत्य
मणिपुरी (शास्त्रीय):- मणिपुरी नृत्य को जगोई के नाम से भी जाना जाता है, यह एक शास्त्रीय नृत्य है यह हिंदुत्व के वैष्णव सम्प्रदाय पर आधारित है| इस नृत्य में राधा और कृष्ण के प्रेम को दर्शाते हुए नृत्य किया जाता है
राखाल:-
नटरास:-
महारास:-
रॉख़त:-
लाईहरीबी:-
Nagaland (नागालेंड)
चोंग:-
खैबा:-
लीम:-
नुरालीम:-
रेंगमानाग:-
कुमीनागा:-
Udisa (उड़ीसा)
ओडिसी (शास्त्रीय):- यह नृत्य ओड़िसा के मंदिरों की देव दासियों के द्वारा किया जाता है| इसमें मुख्यत भगवान् कृष्ण और विष्णु के अवतार की कथाओं को नृत्य के माध्यम से वर्णन किया जाता है| इस नृत्य में हस्त मुद्राएं प्रमुख हैं|
सवारी:-
धूमरा:-
पैंका:-
मुणरी:-
छऊ:- छाऊ के क्लासिकल (शास्त्रीय) नृत्य है| इस नृत्य का मूल प्रारंभ भारत के ओडिशा राज्य में हुआ था| यह तीन राज्यों बंगाल झारखण्ड और ओडिशा में किया जाता है| बंगाल में यह पुरुलिया छाऊ और झारखण्ड में seraikella छाऊ और ओड़िसा में मयूरभंज छाऊ के नाम से जाना जाता है
आया:-
चंगुनार:-
Maharashtra (महारास्ट्र)
लावनी:- यह लोक नृत्य महारास्ट्र का सबसे लोकप्रिय नृत्य है| यह नृत्य केवल महिलाओं के द्वारा किया जाता है| इसमें 9 मीटर लम्बी साड़ी पहनी जाती है|
इस नृत्य में अध्यात्म और श्रृंगार का अध्वुत संगम देखने को मिलता है|
नकटा:-
कोली:-
लेझिम:-
गफा:-
बोहदा:-
गौरीचा:-
ललिता:-
तमाशा:- यह महाराष्ट्र का प्रमुख नाटिका नृत्य है| इस नृत्य में हारमोनियम, घुंघरू, मजीरा आदि यंत्रों के प्रयोग किया जाता है| यह लोक नृत्य कोल्हाटी समुदाय के
द्वारा किया जाता है|
मौनी:-
लीजम:-
पोवाड़ा:-
गोधलगीत:-
दहिकला:-
गणेष चतुर्थी:-
karnatak (कर्णाटक)
यक्षज्ञान:- यक्षज्ञान कर्णाटक का एक प्रसिद्द लोक नृत्य है| इस नृत्य को विशेष तौर पर धान के खेतों में रात के समय प्रस्तुत किया जाता है| जिसमें युद्ध से जुड़े पहलुओं
की दर्शाया जाता है|
कुनिता:-
कर्गा:-
लाम्बी:-
वीरगास्से:-
भूतकोला:-
Gujrat (गुजरात)
गरवा:- गरबा लोक नृत्य के बारे में तो आप सब लोग जानते हो होंगे| यह नृत्य गुजरात में नवरात्री के अवसर पर किया जाता है| गरबा नृत्य के द्वारा माँ दुर्गा की आराधना की जाती है| यह नृत्य अब पूरे भारत में प्रसिद्द है और नवरात्रों के समय भारत के सभी क्षेत्रों में किया जाता है|
डांडिया:-
टिप्पनी:-
जुरियुन:-
भवई:-
रासलीला:-
लास्या:-
पणिहारी:-
इकोलिया:-
पंजाब (पंजाब)
भांगड़ा:- यह नृत्य पंजाब का प्रसिद्ध नृत्य है मुख्यत पुरुषों के द्वारा किया जाता है| पंजाब में हर उत्सव में यह नृत्य किया जाता है|
गिद्धा:- यह नृत्य महिलाओं के द्वारा किया जाने वाला नृत्य है| इसमें महिलाएं पंजाब की परम्परिक पोषक पहनकर इस नृत्य को करती हैं|
डफ:-
धमान:-
किकली:-
Rajasthan (राजस्थान)
कालबेलिया नृत्य:- यह नृत्य कालबेलिया समुदाय के द्वारा किया जाता है|
धूमर:- यह नृत्य महिलाओं के द्वारा किया जाने वाला नृत्य है| यह महिलाओं के द्वारा लम्बे घाघरे को पहनके किया जाता है|
घापाल:-
फूंदी:-
पनिहारी:-
तेरहताली नृत्य:- यह नृत्य महिलाओं के द्वारा प्रस्तुत किया जाता है और इसमें पुरुषों के द्वारा भजन गाये जाते हैं| इस नृत्य में महिलाएं अपने शरीर पर मंजीरों को बांधती है
और गीत की धुन और लय के साथ मंजीरों के साथ बजाय जाता है|
जिन्दाद:-
नेजा:-
भवाई नृत्य:- यह नृत्य राजस्थान के उदयपुर क्षेत्र में किया जाता है| यह नृत्य सर पर मटकों को सर पर रखकर किया जाता है| इसमें नर्तकी सर पर मटके रखकर और गिलास और थाली के किनारों पर खड़े होकर नृत्य करती है|
गणगौर:-
राउफ:-
हिकात:-
Mijoram (मिजोरम)
खानटम:-
पाखुपिला:-
चेरोकान:-
Jammu Kashmir (जम्मू कश्मीर)
राउफ:- जम्मू कश्मीर का यह एक लोकप्रिय नृत्य फसल कटाई के उपलक्ष्य में किया जाता है| यह नृत्य महिलाओं के द्वारा ही किया जाता है
हिकात:-
मंदजास:-
कूद:-
दंडीनाच:-
दमाली:-
चाकरी:-
भारवागीत:-
Tamilnadu (तमिलनाडु)
भरतनाट्यम (शास्त्रीय):-
कुमी:-
कोलाट्टम नृत्य:-
कावडी:-
करागम:-
पिन्नलकोलाट्टम:-
Uttar Pradesh (उत्तर प्रदेश)
रासलीला:-
नौटंकी:- नोटंकी नृत्य उत्तर प्रदेश का सबसे प्रसिद्द लोक नृत्य है| नोटंकी नृत्य में हास्य रस, वीर रस आदि की प्रस्तुति की जाती है| इसके अलावा तरह तरह के वाध यंत्रों का प्रयोग किया जाता है| इसमें गायन, नृत्य और लोक कथा इसका प्रमुख हिस्सा है|
झूला:-
कजरी:-
जद्दा:-
चाचरी:-
चैता:-
करन:-
जांगर:-
थाली:-
Jharkhand (झारखण्ड)
छऊ:- छाऊ के क्लासिकल (शास्त्रीय) नृत्य है| इस नृत्य का मूल प्रारंभ भारत के ओडिशा राज्य में हुआ था| यह तीन राज्यों बंगाल झारखण्ड और ओडिशा में किया जाता है| बंगाल में यह पुरुलिया छाऊ और झारखण्ड में seraikella छाऊ और ओड़िसा में मयूरभंज छाऊ के नाम से जाना जाता है
सरहुल:-
जट-जटिन:-
करमा:-
डांगा:-
विदेशिया:-
सोहराई:-
Uttarakhand (उत्तराखंड)
छोलिया नृत्य:- इस नृत्य को छलिया नृत्य भी कहा जाता है| यह उत्तराखंड के कुमांऊ क्षेत्र का एक प्रचलित लोकनृत्य है| यह शादी बरातों और अन्य शुभ अवसरों पर किया जाता है| यह विशेष रूप से कुमांऊ मंडल के पिथोरागढ़, चम्पावत बागेश्वर और अल्मोड़ा जिलों में किया जाता है|
गढवाली:-
कुमायु:-
कजरी:-
झोरा:-
रासलीला:-
चपादी:-
Andhra Pradhesh (आन्ध्र प्रदेश)
कुचिपुड़ी (शास्त्रीय):- इस नृत्य के नाम आंध्र प्रदेश के गाँव कुचिपुड़ी पर ही रखा गया है| इस नृत्य में कर्णाटक संगीत के साथ, म्रदंग, वायलीन आदि यंत्रों का प्रयोग किया जाता है| इस नृत्य के प्रयोग की जाने वाली पोशाक भी आकर्षण का केंद्र है|
घंटामर्दाला:-
मोहिनीअट्टम (शास्त्रीय:-
कुम्मी:-
सिद्धि मधुरी:-
Chhatisgarh (छत्तीसगढ़)
पंथी नृत्य:- पंथी नृत्य छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख लोक नृत्य है| इस राज्य के महँ संत गुरु घासीदास के पंथ से ही पंथी नृत्य के नामकरण हुआ है| यह नृत्य सतनामी
समुदाय के द्वारा किया जाता है| इस नृत्य में नर्तक सफ़ेद धोती पहनकर झांझ और म्रदंग के साथ नृत्य करते हैं|
पंडवानी:- यह छत्तीसगढ़ का एक एकल नाट्य है, इसके पांडववाणी भी कहा जाता है| इसमें एक ही कथा वाचक और नृत्य करता होता है| इस नृत्य में महाभारत की कथा कही जाती है| यह छतीसगढ़ की जातियों की गायन परम्परा है
गौड़ी:-
करमा:-
झूमर:-
डागला:-
पाली:-
टपाली:-
नवरानी:-
दिवारी:-
Arunachal Pradesh (अरुणाचल प्रदेश)
मुखोटा नृत्य:-
युद्ध नृत्य:-
Himachal Pradesh (हिमाचल प्रदेश)
धमान:-
छेपली:-
महाथू:-
नटी:-
डांगी:-
चम्बा:-
थाली:- थाली हिमाचल प्रदेश का प्रमुख लोक नृत्य है| थाली नृत्य में नर्तक और गायक एक गोल घेरे में बैठते हैं और नर्तक एक के बाद एक अपनी कला को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत करते हैं| इस नृत्य में नर्तक पानी से भरा लोटा भी रखकर नृत्य करते हैं|
झैंता:-
डफ:-
डंडानाच:-
Goa (गोवा)
मांडी:-
झागोर:-
खोल:-
ढकनी:-
Asaam (असम)
बिहू:- यह लोक नृत्य असम की कछारी जनजाती के द्वारा किया जाता है| यह नृत्य फसल की कटाई के समय ही किया जाता है और साल में तीन बार
किया जाता है| इसके अलावा यह नृत्य परम्परिक साधारण वस्त्रों धोती और गमछा में ही किया जाता है|
बिछुआ:-
नटपूजा:-
महारास:-
खेल:-
गोपाल:-
झुमुरा:-
होब्जानाई:-
कलिगोपाल:-
नागानृत्य:-
बुगुरूंबा:-
अंकियानाट:-
राखल:-
ढोल:-
केरल (Keral)
मोहिनीअट्टम:- यह एक शास्त्रीय नृत्य है| इस नृत्य में आँखों, हाथों और चहरे के हाव भाव बहुत अधिक महत्वपूर्ण होते हैं| यह केरल के विशेष सफ़ेद रंग की जरी वाली साडी पहनके किया जाने वाला नृत्य है| इसके अलावा यह नृत्य हिन्दू पौराणिक कथाओं पर आधारित है
कथकली:- कथकली भी केरल का प्रमुख नृत्य है, इसमें हिन्दू पोरानिक कथाओं रामायण और महाभारतका सम्पूर्ण वर्णन नृत्य के माध्यम से किया जाता है| इस नृत्य में प्रयोग की जाने वाली पोशाक, वस्त्र आभूषण विशेष आकर्षण है| इसके अलावा नृत्य में हाथों की म,मुद्राओं और चहरे के हाव भाव का भी विशेष महत्व है|
List of Indian Folk Dance (State Wise) 
STATE
DANCE FORM
Andhra Pradesh
1. Kuchipudi.
2. Kottam

Assam
1. Ojapali
2. Bihu
3. Ankia Nat


Arunachal Pradesh
1. Lion and Peacock dance
2. Chalo
3. Popir
4. Bardo Chham
5. Aji Lamu

Bihar
1. Jata Jatin
2. Faguna or Fag
3. Purbi
4. Bidesia
Chhatisgarh
1. Panthi
2. Raut Nacha


Gujarat
1. Dandya Ras
2. Garba Lasya Nritya
3. Bhavai
4. Garba
5. Rasila
6. Trippan

Goa
1. Fugdi
2. Dekhnni
3. Tarangamel
4. Dhalo


Haryana
1. Swang
2. Khoria
3. Gugga dance
4. Loor
5. Sang
6. Dhama

Himachal Pradesh
1. Luddi Dance
2. Munzra
3. Kanayala
4. Giddha Parhaun
5. Hikat
Jammu and Kashmir
1. Rouf
2. Chakri
Jharkhand
1. Karma

Karnataka
1. Yakshagana
2. Bayalata
3. Simha Nutrya
4. Dollu Kunitha
5. Veeragase




Kerala
1. Chakiarkoothu
2. Kathakali
3. Mohiniattam
4. Ottam Thullal
5. Chavittu Natakam
6. Kaikotti Kalai
7. Koodiyattam
8. Krishnavattam
9. Mudiyettu
10. Tappatri Kai
11. Theyyam
Lakshadweep
1. Lava




Madhya Pradesh
1. Macha
2. Lota
3. Pandvan
4. Tertali
5. Charkula
6. Jawara
7. Matki dance
8. Phulpatti dance
9. Grida dance
10. Maanch
11. Gaur maria dance
Mizoram
1. Chiraw (Bamboo Dance)

Manipur
2. Thang ta
3. Dhol cholom
4. Manipuri

Maharashtra
1. Tamasha
2. Dahi Kala
3. Lavani
4. Lezim


Odisha
1. Odissi
2. Savari
3. Ghumara
4. Paika
5. Chhau
6. Gotipua
7. Sambalpur
Puducherry
1. Garadi




Punjab
1. Bhangra
2. Giddha
3. Daff
4. Dhaman
5. Malwai
6. Jhumar,
7. Karthi
8. Kikli
9. Sammi
11. Dandass
12. Ludi
13. Jindua



Rajasthan
1. Ghumar
2. Chakri
3. Gangaur
4. Jhulan
5. Leela
6. Jhuma
7. Suisini
8. Ghapal
9. Kalbelia

Sikkim
1. Singhi chham
2. Yak Chaam
3. Maruni
4. Rechungma



Tamil Nadu
1. Bharatnatyam
2. Kumi
3. Kolattam
4. Kavadi
5. Karagattam
6. Theru koothu
7. Bommal attam
8. Puliyaattam
9. Oyilattam

Telangana
1. Perini Thandavam
2. Dappu
3. Lambadi

Tripura
1. Hojagiri
2. Goria
3. Lebang Boomani

Uttarakhand
1. Chholiya
2. Jagars
3. Thali-Jadda
4. Jhainta
5. Barada Nat


Uttar Pradesh
1. Nautanki
2. Raslila
3. Kajri
4. Jhora
5. Chhapeli
6. Jaita

West Bengal
1. Jatra
2 .Chau
3. Kathi