भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति (वर्षवार और राज्यवार) Bharat Ratna awardees (Year wise and state wise)
भारत रत्न देने की शुरुआत 1954 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने की थी। भारत रत्न प्राप्त करने की आधिकारिक घोषणा भारत के राजपत्र में अधिसूचना जारी कर दी जाती है। यह सम्मान 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर दिया जाता है। 1954 से अब तक 48 लोगों को यह सम्मान मिल चुका है। कर्पूरी ठाकुर 49वें शख्स होंगे जिन्हें यह पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। एक साल में अधिकतम तीन लोगों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है। 1954 में पहली बार तीन लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। पिछले 70 सालों में 49 लोगों को ही यह सम्मान मिला है।
भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान - भारत रत्न अवार्ड
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को 26 जनवरी 2024 को (मरणोपरांत) भारत रत्न से सम्मानित किया गया। राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर पिछड़े वर्गों के हितों की वकालत करने के लिए जाने जाते थे। देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने के ऐलान किए जाने के अगले दिन यानी 24 जनवरी को ही जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती थी। कर्पूरी ठाकुर भारत रत्न से सम्मानित किए जाने वाले बिहार के चौथे शख्स हैं।
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तियों की सूची (वर्षवार पीछे हटते क्रम में)
49. कर्पूरी ठाकुर - 2024
48. प्रणब
मुखर्जी - 2019
47. भूपेन
हजारिका - 2019
46. नानाजी
देशमुख –
2019
45. मदन
मोहन मालवीय - 2015
44. अटल
बिहारी वाजपेयी - 2015
43. सचिन
तेंदुलकर –
2014
42. सीएनआर
राव –
2014
41. पंडित
भीमसेन जोशी –
2008
40. लता
दीनानाथ मंगेशकर –
2001
39. उस्ताद
बिस्मिल्लाह खान –
2001
38. प्रो. अमर्त्य सेन –
1999
37. गोपीनाथ
बोरदोलोई –
1999
36. जयप्रकाश
नारायण –
1999
35. पंडित
रविशंकर –
1999
34. चिदंबरम
सुब्रमण्यम –
1998
33. मदुरै
शनमुखावदिवु सुब्बुलक्ष्मी – 1998
32. डॉ.
अबुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम – 1997
31. अरुणा
आसफ अली –
1997
30. गुलजारी
लाल नंदा –
1997
29. जहांगीर
रतनजी दादाभाई टाटा –
1992
28. मौलाना
अबुल कलाम आज़ाद -1992
27. सत्यजीत
रे –
1992
26. मोरारजी
रणछोड़जी देसाई –
1991
25. राजीव
गांधी –
1991
24. सरदार
वल्लभभाई पटेल -1991
23. डॉ.
भीमराव रामजी अंबेडकर –
1990
22. डॉ.
नेल्सन रोलिहलाहला मंडेला –
1990
21. मरुदुर
गोपालन रामचंद्रन –
1988
20. खान
अब्दुल गफ्फार खान –
1987
19. आचार्य
विनोबा भावे –
1983
18. मदर
टेरेसा –
1980
17. कुमारस्वामी
कामराज –
1976
16. वराहगिरी
वेंकट गिरी –
1975
15. इंदिरा
गांधी –
1971
14. लाल
बहादुर शास्त्री –
1966
13. डॉ.
पांडुरंग वामन केन –
1963
12. डॉ.
जाकिर हुसैन –
1963
11. डॉ.
राजेंद्र प्रसाद –
1962
10. डॉ.
बिधान चंद्र रॉय –
1961
9. पुरुषोत्तम
दास टंडन –
1961
8. डॉ.
धोंडे केशव कर्वे –
1958
7. पं. गोविंद बल्लभ पंत -1957
6. डॉ.
भगवान दास –
1955
5. जवाहरलाल
नेहरू –
1955
4. डॉ. मोक्षगुंडम विश्वैश्वरैया -1955
3. चक्रवर्ती
राजगोपालाचारी –
1954
2. डॉ.
चंद्रशेखर वेंकट रमन -1954
1. डॉ.
सर्वपल्ली राधाकृष्णन –
1954
खान अब्दुल गफ्फार खान एकमात्र पाकिस्तानी और पहले गैर भारतीय थे जिन्हें भारत रत्न सम्मान मिला था। गांधी जी के पदचिह्नो पर चलने के कारण उन्हें फ्रंटियर गांधी और बादशाह खान के नाम से जाना जाता था। उन्होंने 1929 में खुदाई खिदमतगार आंदोलन की शुरुआत की थी।
इऩके अलावा दक्षिण अफ्रीका के नेल्सन मंडेला भी भारत रत्न से सम्मानित हुए हैं। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किए गए नेल्सन मंडेला को दक्षिण अफ्रीका का गांधी कहा जाता है। उन्होंने रंगभेद के लिए लड़ाई लड़ी थी।
1954 में ये सम्मान केवल जीवित लोगों को दिया जाता था। लेकिन 1955 में मरणोपरांत भी भारत रत्न दिए जाने का प्रावधान जोड़ा गया।
अगर राज्यवार देखें तो उत्तर प्रदेश इस सूची में शीर्ष पर है। उत्तर प्रदेश के नौ लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। किस राज्य से कितने लोगों को भारत रत्न अवार्ड मिला है, उनकी सूची निम्नलिखित है…
उत्तर
प्रदेश- 09
तमिलनाडु-
08
महाराष्ट्र-
08
पश्चिम
बंगाल- 06
बिहार-
04
कर्नाटक-
03
गुजरात
–
02
तेलंगाना-
01
ओडिशा-
01
पंजाब
–
01
मध्य
प्रदेश- 01
असम
-01
पाकिस्तान
-01
साउथ
अफ्रीका- 01
देश के वर्तमान में 28 राज्य और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में से केवल 12 राज्य ऐसे हैं जिनके हिस्से में भारत रत्न पाने का सौभाग्य आया है, यानी ज्यादातर राज्य अभी भी इस सम्मान से वंचित हैं।
क्षेत्रफल के अनुसार देश का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान भी इस सम्मान से वंचित रहा है। राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों की बात करें तो हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, केरल, झारखंड और छत्तीसगढ़ तथा नार्थ-ईस्ट में केवल असम ही ऐसा राज्य है जिसके खाते में एक भारत रत्न है, बाकि सभी राज्य देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से अभी तक वंचित हैं।