टाइटैनिक (Titanic) के डूबने की नई वजह आई सामने
टाइटेनिक ने ब्रिटेन के साउथैपटन से 10 अप्रैल, 1912 को न्यूयॉर्क के लिए पहला सफर शुरू किया था। उत्तरी अटलांटिक महासागर में 14 अप्रैल को वह एक बड़े हिमखंड (Iceberg) से टकराया था। इस कारण 15 अप्रैल की अलसुबह वह अटलांटिक महासागर में डूब गया।
डूबने की नई वजह आई सामने
जहाज के बॉयलर रूम में आग लगने से उसका तापमान 1,000 डिग्री हो गया। इससे जहाज का ढांचा इतना कमजोर हो गया कि हिमखंड से हुई हल्की सी टक्कर से उसमें सुराख हो गए और पूरा जहाज जलमग्न हो गया। यह हादसा लापरवाही के कारण हुआ। इस आग के बारे में जहाज के अधिकारियों को बताया गया लेकिन उन्होंने उसे नजरअंदाज किया। नतीजतन 1500 से ज्यादा लोगों की जल समाधि हो गई।
अब तक तो हम सभी यही जानते थे कि 1912 में दुनिया का सबसे बड़ा जहाज टाइटैनिक (Titanic) हिमखंड से टकराने के कारण डूबा था।
अब - एक डाक्यूमेंट्री में टाइटेनिक के डूबने की वजह कुछ और बताई गई है। तीस साल से इस घटना पर शोध कर रहे पत्रकार सिनन-मोलोनी ने दावा किया है कि इसके बॉयलर रूम में भीषण आग लगने के कारण यह हादसा हुआ था। इस आग से जहाज का अगला भाग क्षतिग्रस्त हो गया और हिमखंड से हल्की टक्कर से वह डूब गया।
Titanic Ship Facts
269.1 मीटर लंबाई
53 मीटर ऊंचाई
44 किमी / घंटा अधिकतम रफ्तार
892 चालक सदस्य क्षमता
840 कमरे
2,435 यात्री क्षमता
46 हजार टन वजन
20 लाइफ बोट क्षमता