1) GEOGRAPHY
शब्द का पहली बार प्रयोग किसे विद्वान् ने किया था ?
(1)
(a) फ्रेडरिक
रेटजेल (Friedrich Ratzel) (b) कुमारी एलन
चर्चिल सेम्पल (Ellen Churchill Semple)
(c) पाल विडाल डी ला
ब्लांश (Vidal
De La Blanche) (d) इरेस्थानिज
(Eratosthenes)
2) ‘Cosmos’
निम्नलिखित में से किस भूगोलवेत्ता की रचना
(पुस्तक) हैं ?
(1)
(a) ग्रिफिथ टेलर (b) बर्नाड वेरेनियस (c) अलेक्जेंडर
वॉन हम्बोल्ट (d) कार्ल रिटर
3) निम्नलिखित
में से कौन सा एक प्रतिकर्ष कारक नहीं है? (1)
(a) जलाभाव (b) बेरोजगारी
(c) चिकित्सा/शैक्षिणक
सुविधाएँ (d) महामारियाँ
4) जनसंख्या
संक्रमण सिध्यांत की प्रथम अवस्था की क्या विशेषता है?
(1)
(a) उच्च प्रजननशीलता व् उच्च मर्त्यता (b) निम्न प्रजननशीलता व् उच्च मर्त्यता
(c) उच्च प्रजननशीलता व् निम्न मर्त्यता (d) इनमें से
कोई नहीं
5)
निम्नलिखित में से
किस देश का लिंगानुपात विश्व में सर्वाधिक या उच्चतम है ?
(1)
(a) लैटविया (b) जापान (c) संयुक्त अरब अमीरात (d) फ़्रांस
6)
निम्न में से कौन
सी कृषि के प्रकार का विकास यूरोपीय औपनिवेशिक समूहों द्वारा किया गया ?
(1)
(a) कोलखोज (b) अंगुरोत्पादन (c)
मिश्रित कृषि (d) रोपण कृषि
7)
फूलों की कृषि
कहलाती है :- (1)
(a) ट्रक फार्मिंग (b) कारखाना कृषि (c) मिश्रित कृषि (d) पुष्पोत्पादन
8)
निम्न में से कौन
- सी एकल कृषि नहीं है ? (1)
(क) डेरी कृषि
(ख) मिश्रित कृषि (ग) रोपण कृषि (घ) वाणिज्य अनाज
कृषि
9) निम्न
में से कौन- सा एक सेक्टर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में सर्वाधिक रोजगार
प्रदान करता है ? (1)
(a) प्राथमिक (b) द्वितीयक (c)
पर्यटन (d) सेवा
10)
निम्नलिखित में से
किस प्रकार की बस्तियाँ सड़क, नदी
या नहर के किनारे होती हैं ? (1)
(a) वृताकार (b) चौक पट्टी (c) रेखीय (d) वर्गाकार
11) 2006
के प्रारम्भ में भारत में कितने मिलियन सिटी थे ?
(1)
(a) 40 (b) 41 (c) 42 (d) 43
12) निम्नलिखित
में से सर्वाधिक प्रदूषित नदी कौन - सी है ? (1)
(क) ब्रह्मपुत्र नदी (ख)
सतलुज नदी (ग) यमुना नदी (घ) गोदावरी
नदी
13) इंदिरा
गाँधी नहर कमान क्षेत्र में सतत पोषणीय विकास के लिए इनमें से कौन
- सा सबसे महत्वपूर्ण कारक है? (1)
(क) कृषि विकास (ख) पारितंत्र विकास (ग)
परिवहन विकास (घ) भूमि उपनिवेशन
14) निम्नलिखित
में से किस स्थान पर पहला परमाणु ऊर्जा
स्टेशन स्थापित किया गया था ? (1)
(क) कलपक्कम (ख) नरोरा (ग) राणाप्रताप सागर (घ) तारापुर
15) निम्नलिखित
में से कौन – सा खनिज ‘भूरा हीरा’ के नाम से जाना जाता है ?
(1)
(क) लौह (ख) लिग्नाइट
(ग) मैगनीज (घ) अभ्रक
16) देश
में प्रयुक्त कुल जल का सबसे अधिक समानुपात निम्नलिखित सेक्टरों में से किस सेक्टर
में है ? (1)
(क) सिंचाई
(ख) उद्योग (ग) घरेलू उपयोग (घ) इनमें से कोई नहीं
17) निम्नलिखित
में से जल किस प्रकार का संसाधन है ? (1)
(क) अजैव संसाधन (ख) अनवीनीकरण संसाधन (ग) जैव संसाधन (घ) चक्रीय संसाधन
18) निम्नलिखित
में से कौन सा नगर नदी तट पर अवस्थित नहीं है ?
(1)
(क) आगरा (ख) भोपाल
(ग) पटना (घ) कोलकाता
19) निम्नलिखित
में से नगरों का कौन - सा वर्ग अपने
पदानुक्रम के अनुसार क्रमबद्ध है ? (2001 के अनुसार) (1)
(क) बृहत मुंबई, बंगलौर, कोलकाता,
चेन्नई (ख) दिल्ली, बृहत मुंबई, चेन्नई, कोलकाता
(ग) कोलकाता,
बृहत मुंबई, चेन्नई, दिल्ली
(घ) बृहत मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई
20) मानव
विकास सूचकांक में भारत के निम्नलिखित राज्यों में से किस एक की कोटि उच्चतम है ?
(1)
(क) तमिलनाडु (ख) पंजाब (ग) केरल (घ)
हरियाणा
21) भारत
के निम्नलिखित राज्यों में से किस एक में 0 - 6 आयु वर्ग के बच्चों में लिंग अनुपात निम्नतम है ? (1)
(क) गुजरात (ख) हरियाणा (ग) पंजाब (घ)
हिमाचल प्रदेश
22) निम्नलिखित
में से कौन - सा भारत में पुरुष प्रवास का मुख्य कारण है ?
(1)
(क) शिक्षा (ख) व्यवसाय (ग) काम और रोजगार (घ)
विवाह
23) निम्नलिखित
में से किस राज्य में सर्वाधिक संख्या में आप्रवासी आते हैं ?
(1)
(क) उत्तर प्रदेश (ख) दिल्ली (ग) महाराष्ट्र (घ)
बिहार
24) निम्नलिखित
में से किस राज्य में जनसंख्या घनत्व सर्वाधिक है ?
(1)
(क) पश्चिम बंगाल (ख) केरल (ग) उत्तर प्रदेश (घ) पंजाब
25) निम्नलिखित
में से कौन - सा एक समूह भारत का विशालतम भाषाई समूह है ?
(1)
(क) चीनी - तिब्बती
(ख) भारतीय - आर्य (ग) आस्ट्रिक (घ) द्रविड़
26) निम्न
में से कौन - सा एक तृतीयक क्रियाकलाप है ? (1)
(क) खेती (ख) बुनाई (ग) व्यापार (घ) आखेट
27) निम्न
में से किस प्रकार की कृषि में खट्टे रसदार फलों की कृषि की जाती है ?
(1)
(क) बाजारीय सब्जी कृषि (ख) भूमध्य सागरीय कृषि (ग)
रोपण कृषि (घ) सहकारी कृषि
28) वे
काम जिनमें उच्च परिमाण और स्तर वाले अन्वेषण सम्मिलित होते हैं,
कहलाते हैं :- (1)
(क) द्वितीयक क्रियाकलाप (ख) पंचम क्रियाकलाप (ग) चतुर्थक क्रियाकलाप (घ) प्राथमिक
क्रियाकलाप
29) निम्नलिखित
में से कौन - सा क्रियाकलाप चतुर्थक सेक्टर से संबंधित है ?
(1)
(क) संगणक निर्माण (ख) विश्वविद्यालयी अध्ययन (ग) कागज और कच्ची लुगदी निर्माण
(घ) पुस्तकों का मुद्रण
30) बंगलौर
(कर्नाटक) के संबंध में कौन – सा एक सही नहीं है? (1)
(क) सिलिकॉन वैली ऑफ़ इंडिया (ख) भारत
की इलेक्ट्रिक राजधानी
(ग) डेट्राइट
ऑफ़ इंडिया (घ) अंतरिक्ष का शहर
31) वातावरण
निश्चयवाद (Environmental Determinism) से आप क्या समझते हैं ? (2)
Ans.
इस विचारधारा का प्रतिपादन जर्मन भूगोलवेता फ्रेडरिक रेटजेल ने किया था। रेटजेल का मत था
कि “मानव, अपने वातावरण की उपज” है। इस विचारधारा के सब भूगोलवेत्ताओं
का मानना है कि प्रकृति महान है और
मनुष्य
प्रकृति का दास है। मनुष्य की आर्थिक क्रियाएँ भी प्रकृति द्वारा
नियंत्रित रहती हैं।
32) ग्रामीण
आवधिक बाजार (PERIODIC MARKET) क्या होते हैं ? (2)
Ans. ग्रामीण क्षेत्रों में साप्ताहिक या पाक्षिक (15 दिन में) लगने वाले
बाजार, ग्रामीण आवधिक बाजार अथवा हाट कहलाते हैं । कहीं – कहीं इनको
दिन विशेष के आधार पर सोम बाजार, बुध बाजार, शुक्र बाजार, शनि बाजार आदि
नामों से भी जाना जाता है।
33) पल्लीकृत
बस्तियां किसे कहते हैं? (2)
Ans. कई बार बस्ती भौतिक रूप से एक दूसरे से पृथक अनेक इकाईयों में बंट जाती
है किन्तु उनका नाम एक रहता है । इन इकाईयों में एक से अधिक जातियों के लोग रहते
हैं । स्थानीय भाषा में इनको पान्ना, पाड़ा, पाली, नगला, ढाणी आदि कहते हैं।
34) लैगून और पश्च जल (BACKWATER)
क्या हैं ? (2)
Ans. लैगून और
पश्च जल क्षेत्र समुद्र किनारे पर छिछले या कम गहरे जल का ऐसा क्षेत्र होता है जो
समुद्र से अंशत: अथवा पूर्णतया एक संकीर्ण स्थल पट्टी द्वारा अलग होता है। जैसे -
चिल्का झील – उड़ीसा, कोलेरू और पुलिकट झील – आंध्रप्रदेश, वेबनाद झील – केरल आदि।
35) खनिजों की सामान्य विशेषताएँ
बताइए । (3)
Ans. खनिजों की सामान्य
विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:-
1.
प्राय
प्रत्येक खनिज दो या दो से अधिक रासायनिक तत्वों से मिलकर बना होता है ।
2.
खनिजों
की मात्रा और गुणों में ऋणात्मक सहसम्बन्ध पाया जाता है।
3.
अधिकांश
खनिज ठोस, अजैव अथवा अकार्बनिक होते हैं ।
4.
खनिज
पृथ्वी पर असमान रूप से वितरित हैं ।
36) अशोधित
जन्म दर किसे कहते हैं ? (3)
Ans. अशोधित जन्म दर (Crude Birth Rate) (CBR) – प्रजननशीलता (Fertility) को
मापने का यह सबसे सरल और सबसे अधिक प्रयोग किया जाने वाला तरीका है । अशोधित जन्म
दर को प्रति हजार स्त्रियों द्वारा जन्म दिए जीवित बच्चों के रूप में व्यक्त किया
जाता है। जैसे –
अशोधित जन्म दर
= किसी वर्ष विशेष में
किसी दिए गए क्षेत्र में जन्मे जीवित बच्चों की संख्या
/ उस वर्ष विशेष के मध्य में उस क्षेत्र विशेष की कुल
जनसंख्या X 1000
NOTE :- जनसंख्या के इस
माप को अशोधित कहते हैं क्योंकि 1) इसमें प्रयुक्त ‘प्रति हजार जनसंख्या’ में
बच्चे और बूढ़े भी शामिल होते हैं जो प्रजनन कार्य में सक्रिय नहीं होते हैं 2) इस
में वैवाहिक स्तर, लिंगानुपात और आयु का भी ध्यान नहीं रखा जाता है।
37) आयु
लिंग पिरामिड किसे कहते हैं ? इसके विभिन्न प्रकार जनसंख्या की किन विशेषताओं का
वर्णन करते हैं ? (3)
Ans. जनसंख्या की आयु लिंग संरचना अर्थात स्त्रियों व पुरुषों की संख्या को एक
विशेष प्रकार के रेखाचित्र से दर्शाया जाता है जिसकी आकृति पिरामिड से मिलती है,
इसे आयु लिंग पिरामिड अथवा जनसंख्या पिरामिड कहा जाता
है। इस पिरामिड के प्रत्येक आयु वर्ग में बायाँ (Left) भाग पुरुषों का प्रतिशत
तथा दायाँ (R।ght) भाग स्त्रियों का प्रतिशत दर्शाता है।
इस पिरामिड पर जनसंख्या को
क्षैतिज दण्ड आरेख द्वारा दर्शाया जाता है।
जनसंख्या
पिरामिड की आकृति, जनसंख्या
की विशेषताओं को परिलक्षित करती है ।
38) वर्षा जल संग्रहण के तरीके
बताएं । (3)
Ans. वर्षा के जल को
एकत्रित करना, वर्षा जल संग्रहण (RAINWATER
HARVESTING) कहलाता है।
वर्षा जल संग्रहण या संचय के तरीके या विधियाँ:-
1. रूफ टॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग यानि छत से पानी एकत्रित करना,
2. रोक बांध बनाना,
3. तालाब या जोहड़ में जल एकत्रित करना,
4. खेतों की मेडबंदी करना
5. रिसाव गड्ढ़े या बोर करके पानी को भौम जल के रूप में संरक्षित करना ।
39) मानव विकास के चार स्तम्भ कौन से हैं? अथवा चलवासी पशुचारण (Nomadic Herding) और वाणिज्य पशुधन पालन (Commercial
Livestock Rearing) में अंतर बताइए । (5)
Ans. मानव विकास के चार प्रमुख आधार निम्नलिखित हैं :-
1.
समता :-
समता का अर्थ है – संसाधनों तक प्रत्येक व्यक्ति की पहुंच अर्थात् लोगों को
धर्म, जाति, लिंग, जन्म स्थान व आय के भेदभाव के बिना अवसर उपलब्ध हों ।
2.
सतत पोषणीयता :-
इसका अर्थ है - संसाधनों का इस ढंग से प्रयोग करना कि वे वर्तमान की आवश्यकताओं
की पूर्ति करते हुए, भविष्य के लिए भी उपलब्ध हों । अर्थात भावी पीढ़ियों के
लिए संसाधनों को बचना, यानि संसाधनों का मितव्यतापूर्वक प्रयोग करना ।
3.
उत्पादकता :-
इसका अर्थ है – मानव समाज में काम करने का तरीका और उसे बेहतर बनाने का हुनर ।
अर्थात किसी भी समाज की उत्पादकता, उस समाज की कार्यशील स्वस्थ जनसंख्या एवं उसकी
क्षमता पर निर्भर करती है ।
4.
सशक्तिकरण :-
इसका
अर्थ है – लोगों को कार्य करने एवं विकल्प चुनने के लिए सबल और शक्तिशाली बनाना
। जैसे – महिलाओं और पिछड़े वर्गों को शिक्षित करके उन्हें EMPOWER करना ।
अथवा
जीवन यापन के लिए पशुपालन करना और घास भूमियों में उनको चराना, पशुचारण कहलाता है । पशुचारण घासभूमि क्षेत्रों की मुख्य आर्थिक क्रिया होती है । कुछ क्षेत्रों में यह कार्य जीवन यापन के लिए किया जाता है, तो कुछ क्षेत्रों में व्यापारिक उद्देश्य से पशुपालन किया जाता है ।
कार्य पद्धति के आधार पर पशुचारण दो मुख्य प्रकार का होता है :-
1.
चलवासी
पशुचारण (Nomadic Herding)
2.
वाणिज्य पशुधन
पालन (Commercial Livestock Rearing)
चलवासी पशुचारण (Nomadic
Herding) -
1. जीवन निर्वाह के लिए
पशुपालन करना, चलवासी पशुचारण कहलाता है।
2. ये पशुपालक पानी और
चरागाह की उपलब्धता व गुणवत्ता के अनुसार स्थान बदलते रहते हैं।
3. ये पूर्ण रूप से
प्राकृतिक वनस्पति पर निर्भर करते हैं
4. ये पशुपालक भोजन,
वस्त्र, यातायात के लिए पशुओं पर निर्भर रहते
हैं।
5. ये मौसम के अनुसार ऋतु
प्रवास (TRANSHUMANCE) करते हैं।
6. इनका सामाजिक स्तर
पशुओं की संख्या से निर्धारित होता है।
7. चलवासी पशुचारण में
अनेक प्रकार के पशु पाले जाते हैं । जैसे – उष्णकटिबंधीय
अफ्रीका के बढिया चरागाह में गाय – बैल, सहारा व एशिया के शुष्क मरुस्थलों में भेड़, बकरी व
ऊँट, अर्ध शुष्क क्षेत्रों में गधे एवं घोड़े, तिब्बत व एंडीज के उच्च पठारी भागों में याक व लामा तथा आर्कटिक के
ध्रुवीय क्षेत्रों में रेंडियर आदि पाले जाते हैं।
8. चलवासी पशुचारण के
मुख्य क्षेत्र कठोर एवं शुष्क जलवायु के हैं । जैसे - सहारा, दक्षिण – पश्चिम व मध्य एशिया, यूरेशिया में टुंड्रा तथा दक्षिण पश्चिम अफ्रीका आदि।
वाणिज्य पशुधन पालन (Commercial
Livestock Rearing) -
1. व्यापारिक उद्देश्य के
लिए पशुपालन करना, वाणिज्य पशुधन पालन कहलाता है।
2. ये पशुपालक स्थायी
चरागाहों या घास के मैदानों पर स्थायी रूप से पशु पालते हैं।
3. ये चारे की फसलों और जल
की समुचित व्यवस्था पर निर्भर रहते हैं।
4. ये वाणिज्य के उद्देश्य
से पशुपालन करते हैं।
5. वाणिज्य पशुधन पालन
स्थायी रूप से किया जाता है, जिसमें पशुओं को सैंकड़ों
किलोमीटर लम्बे बाड़ों में रखा जाता है । इन बाड़ों को प्रेयरी में रैंच तथा पम्पास
में एस्टेनशिया कहा जाता है।
6. इसमें विकसित देशों के
बड़े – बड़े पूंजीपति पैसा लगते हैं।
7. वाणिज्य पशुधन पालन में
एक ही किस्मे के उन्नत या विशिष्ट पशु पाले जाते हैं । जैसे – गाय
8. वाणिज्य पशुधन पालन के
मुख्य क्षेत्र – एशिया में स्टेपीज, उत्तरी
अमेरिका के प्रेयरी, दक्षिणी अमेरिका के लानोस व पम्पास,
दक्षिणी अफ्रीका के वेल्ड क्षेत्र, आस्ट्रेलिया
के डाउंस व न्यूजीलैंड् के घास स्थल हैं।
9. वाणिज्य पशुधन पालन
शीतोष्ण घास के मैदानों में सम जलवायु में होता है।
10. इसमें नस्ल सुधार,
प्रजनन, रोगों की रोकथाम व उत्पादों के
प्रसंस्करण और मशीनों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है।
40) भारतीय भाषा परिवारों का वर्णन कीजिए। अथवा प्रवास के सामाजिक – सांस्कृतिक, आर्थिक और
जनांकिकीय प्रभाव या परिणाम बताइए ।
(5)
Ans. भारतीय उपमहाद्वीप में मानव बसाव की लम्बी प्रक्रिया रही है । भारत में
भाषा एवं बोलियों में अत्यधिक विविधता पाई जाती है । वर्ष 1961 की जनगणना के दौरान
किए गए विस्तृत भाषाई सर्वेक्षण से ज्ञात हुआ है कि भारत में 187 भाषाएँ बोली जाती
हैं, परन्तु इनमें से 94 भाषाएँ ऐसी हैं जिनमें से प्रत्येक भाषा दस हजार से भी कम
लोगों द्वारा बोली जाती हैं ।
भारत की 97% जनसंख्या केवल 23
भाषाएँ बोलती है तथा शेष 3% जनसंख्या अन्य 164 भाषाएँ बोलती है । भारतीय
संविधान की 8वीं अनुसूची में अंग्रेजी के अतिरिक्त 22 भाषाओं को मान्यता प्राप्त
है । जैसे – हिंदी (40.42%) (सर्वाधिक लोगों द्वारा
बोली जाने वाली भाषा), बांग्ला (8.30%) (दूसरी सर्वाधिक लोगों द्वारा बोली जाने
वाली भाषा), तेलुगू (7.87%) (तीसरी सर्वाधिक लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा),
मराठी, तमिल, उर्दू, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, पंजाबी, असमिया, सिंधी,
नेपाली, कोंकणी, मणिपुरी, कश्मीरी(0.01%), संस्कृत(0.01%), मैथिली, बोडो, डोगरी,
संथाली ।
भारतीय भाषाओं को चार मुख्य भाषा
परिवारों में वर्गीकृत किया जाता है :-
1.
आग्नेय या आस्ट्रिक भाषा
परिवार (निषाद) – 1.38 % जनसंख्या की भाषा
2.
चीनी – तिब्बत भाषा परिवार (किरात)
– 0.85 % जनसंख्या की भाषा
3.
द्रविड़ भाषा परिवार (द्रविड़)
– 20 % जनसंख्या की भाषा
4.
भारतीय यूरोपीय भाषा परिवार (आर्य)
– 73 % जनसंख्या की भाषा
(भारत में विशालतम भाषाई समूह)
आग्नेय या आस्ट्रिक भाषा परिवार
(निषाद) –
भारत में बोली जाने वाली आग्नेय भाषा, ऑस्ट्रो –
एशियाई उप –परिवार की भाषा है । भारत में इस भाषा परिवार की भाषाओं को बोलने वालों
की कुल संख्या भारत की कुल जनसंख्या का 1.38 % भाग है । इन भाषाओं को भारत के 60
लाख लोग बोलते हैं जिनमें से सबसे बड़ा भाषाई समूह संथाली भाषा (30 लाख लोग) का है
। ये भाषाएँ भारत के मेघालय, निकोबार द्वीप समूह, संथाल परगना, राँची आदि
क्षेत्रों में बोली जाती हैं ।
इस भाषा परिवार को मुंडा और मान खेर, दो उप
वर्गों में बाँटा जाता है ।
चीनी – तिब्बत भाषा परिवार (किरात)
–
ये भाषाएँ भारत के लद्दाख, हिमाचल प्रदेश,
सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर आदि क्षेत्रों में (भारत की कुल
जनसंख्या का 0.85 % भाग) बोली जाती हैं । इनमें तिब्बती, भोटिया, लद्दाखी, डफला,
बोडो, नागा और मयनमारी आदि प्रमुख भाषाएँ शामिल हैं ।
द्रविड़ भाषा परिवार (द्रविड़)
–
ये भाषाएँ भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल,
आंध्रप्रदेश, तेलंगाना आदि राज्यों में
(भारत की कुल जनसंख्या का 20% भाग) बोली जाती हैं। इनमें तमिल, कन्नड़, मलयालम,
तेलुगु आदि भाषाएँ शामिल हैं।
भारतीय यूरोपीय भाषा परिवार (आर्य)
–
ये भाषाएँ भारत के पंजाब, हरियाणा,
उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम
बंगाल, महाराष्ट्र, गोआ आदि में (भारत की कुल जनसंख्या का 73 % भाग) बोली जाती हैं।
इनमें हिंदी, पंजाबी, राजस्थानी, गुजराती, अवधी, बघेली, छतीसगढ़ी, उड़िया, बिहारी,
असमिया, मराठी, कोंकणी, कच्छी, सिन्धी आदि भाषाएँ शामिल हैं।
अथवा
प्रवास (Migration)
– प्रवास का शाब्दिक अर्थ होता है –
प्र (दूसरा) + वास (निवास) । अर्थात् किसी व्यक्ति या समूह का दूसरे स्थान पर जाकर
बसना प्रवास कहलाता है ।
प्रवास से केवल स्थान परिवर्तन ही
नहीं होता है, बल्कि उदगम व गन्तव्य स्थान, दोनों स्थानों के जनसंख्या सम्बन्धी
तथा सामाजिक आंकड़े भी परिवर्तित होते हैं ।
आर्थिक परिणाम –
1. उदगम स्रोत पर श्रमिकों की कमी हो जाती है।
2. प्रवासी उदगम प्रदेशों में स्थित अपने घरों में कमाई का पैसा भेजते
हैं।
3. प्रवासी मजदूरों के कारण पंजाब जैसे क्षेत्रों में हरित क्रांति सम्भव हो
सकी।
4. व्यावसायिक संरचना प्रभावित होती है।
5. किसी क्षेत्र के संसाधनों पर
दबाव पड़ता है।
सामाजिक –
सांस्कृतिक परिणाम
1. विभिन्न संस्कृतियों का प्रचार प्रसार होता है।
2. संस्कृतियों का अंतर्मिश्रण होता है।
3. अपराध बढ़ते हैं
4. असामाजिक गतिविधियाँ बढ़ सकती हैं।
5. एड्स जैसे रोगों का प्रचार – प्रसार हो सकता
है।
जनांकिकीय परिणाम
1. प्रवासी नए ज्ञान को सीखते हैं।
2. नगरीय जनसंख्या बढ़ती है।
3. ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंख्या कम होती है।
4. युवा जनसंख्या शहरों की ओर आती है।
5. ग्रामीण क्षेत्रों में आश्रित
जनसंख्या (बच्चे, वृद्ध और महिलाओं) बढ़ जाती है।
पर्यावरणीय परिणाम
1. संसाधनों पर दबाव बढ़ता है।
2. गंदी और मलिन बस्तियों का विकास होता है।
3. नगरीय बस्तियों की अनियोजित वृद्धि होती है।
4. पेड़ पौधे अधिक काँटे जाते हैं।
5. खुले में शोच की प्रवृति बढ़ती है।
6. भौम जल का दोहन बढ़ता है।
7. गम्भीर बीमारियाँ बढ़ती
हैं।
अन्य परिणाम
1. विवाह के कारण हुए प्रवास के
महिलाओं के जीवन पर प्रत्यक्ष और परोक्ष प्रभाव पड़ते हैं।
2. युवाओं में अकेलापन बढ़ता है
जिसके अनेक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।
विश्व मानचित्र पर
निम्नलिखित स्थानों को दर्शाइए –
(i)
अल्प जनसंख्या घनत्व वाला
कोई एक क्षेत्र – सहारा रेगिस्तान
(ii)
गहन जीवन निर्वाह कृषि का
कोई एक क्षेत्र – दक्षिण – पूर्वी एशिया
(iii)
सर्वाधिक मानव विकास सूचकांक
(HDI) वाला एक देश – नार्वे
(iv)
इंदिरा गाँधी नहर कमान
क्षेत्र – राजस्थान
(v)
भद्रावती – कर्नाटक