Physiography
‘Physiography’ of an area is the outcome of structure, process and the stage of development. The land of India is characterised by great diversity in its physical features. The north has a vast expanse of rugged topography consisting of a series of mountain ranges with varied peaks, beautiful valleys and deep gorges. The south consists of stable table land with highly dissected plateaus, denuded rocks and developed series of scarps. In between these two lies the vast north Indian plain.
Based on these macro variations, India can be divided into the following physiographic divisions:
(1) The Northern and North-eastern Mountains
(2) The Northern Plain
(3) The Peninsular Plateau
(4) The Indian Desert
(5) The Coastal Plains
(6) The Islands.
भूआकृति
किसी स्थान की भूआकृति, उसकी संरचना, प्रक्रिया और विकास की अवस्था का परिणाम है। भारत में धरातलीय विभिन्नताएँ बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। इसके उत्तर में एक बड़े क्षेत्र में ऊबड़-खाबड़ स्थलाकृति है। इसमें हिमालय पर्वत शृंखलाएँ हैं, जिसमें अनेकों चोटियाँ, सुंदर घाटियाँ व महाखड्ड हैं। दक्षिण भारत एक स्थिर परंतु कटा-फटा पठार है जहाँ अपरदित चट्टान खंड और कगारों की भरमार है। इन दोनों के बीच उत्तर भारत का विशाल मैदान है।
मोटे तौर पर भारत को निम्नलिखित भूआकृतिक खंडों में बाँटा जा सकता है।
(1) उत्तर तथा उत्तरी-पूर्वी पर्वतमाला;
(2) उत्तरी भारत का मैदान;
(3) प्रायद्वीपीय पठार;
(4) भारतीय मरुस्थल;
(5) तटीय मैदान;
(6) द्वीप समूह